-संस्कृत युनिवर्सिटी में दो शिफ्ट में हुई शोध प्रवेश परीक्षा, तीन नकलची धराए

-परीक्षार्थियों की 75 परसेंट रही उपस्थिति, एक सीट पर सात की दावेदारी

VARANASI

संपूर्णानंद संस्कृत युनिवर्सिटी की शोध प्रवेश परीक्षा मंगलवार को दो शिफ्ट में हुई। दोनों शिफ्ट में हिंदी व संस्कृत के सवाल-जवाब में परीक्षार्थी उलझे रहे। दरअसल, हुआ यूं कि क्वेश्चन संस्कृत व हिंदी दोनों भाषाओं में पूछे गए थे। वहीं आंसर के ऑप्शन सिर्फ संस्कृत भाषा में दिए गए थे। इसके चलते आधुनिक विषयों के अभ्यर्थी कई सवालों में उलझ गए। सवालों का विकल्प समझने में उनका काफी समय बर्बाद हुआ। यही नहीं, इस फेर में उनके कई क्वेश्चन छूट भी गए।

युनिवर्सिटी में शोध प्रवेश परीक्षा फ‌र्स्ट शिफ्ट में दो नंबर के भ्0 क्वेश्चन पूछे गए थे। सभी प्रश्नों के चार विकल्प दिए गए थे। इसमें से किसी एक विकल्प का चयन करना था। प्रथम प्रश्नपत्र सभी वर्गो के अभ्यर्थियों के लिए एक समान अनिवार्य थे। द्वितीय पाली में ख्ख् विषयों के अभ्यर्थियों को अलग-अलग प्रश्नपत्र हल करने के लिए दिए गए थे। प्रथम प्रश्न पत्र की तरह द्वितीय प्रश्नपत्र में भी अभ्यर्थियों को दो घंटे के भीतर भ्0 बहुविकल्पीय प्रश्नों का उत्तर देना था। द्वितीय प्रश्नपत्र आधुनिक विषय के अभ्यर्थियों के लिए हिंदी में प्रश्न पूछे गए थे।

म्0 रिक्त सीटों के लिए पंजीकृत म्क्भ् अभ्यर्थियों में से ब्म्ख् अभ्यर्थी प्रवेश परीक्षा में सम्मिलित हुए। तकरीबन 7भ् फीसदी अभ्यर्थियों की उपस्थिति रही। एक सीट पर सात ने दावेदारी की है। वहीं परीक्षा के दौरान उड़ाका दल के सदस्यों ने तीन परीक्षार्थियों को नकल करते हुए पकड़ा।

प्रो। व्यास मिश्र

केंद्राध्यक्ष, संस्कृत युनिवर्सिटी