PATNA : शाहपुर थाना क्षेत्र के चमारीचक इलाके में मां और बेटे की हत्या कर दी गई है। दोनों की डेडबॉडी अपने घर में मिली। घर के एक कमरे में दोनों सो रहे थे। दोहरे हत्या की इस खबर ने सोमवार की सुबह हर तरफ सनसनी फैला दी। पटना पुलिस भी सकते में आ गई। पुलिस की अब तक की जांच में मां और बेटे की हत्या के पीछे अज्ञात अपराधियों का हाथ बताया जा रहा है। इस वारदात को रविवार की देर रात अंजाम दिया गया है। हत्या 7म् साल की मन्ना देवी और उनके ब्0 साल के बेटे अशोक यादव की हुई गई है। पुलिस के अनुसार मन्ना देवी की हत्या गला दबाकर की गई है, जबकि अशोक के शरीर पर चाकू से गोद कर मारा गया है। घर के जिस कमरे से दोनों की डेड बॉडी बरामद की गई, उस कमरे के फर्श पर चारों ओर खून फैला पड़ा था।

बिखरा पड़ा था सामान

कमरे में रखा एक बक्सा खुला था। उसके अंदर रखे सारे सामान बिखरे पड़े मिले। संभावना जताई जा रही है कि लूटपाट के दौरान इस वारदात को अंजाम दिया गया हो। अशोक पेठिया बाजार के आलू के कारोबारी के यहां मुंशी का काम करता था। घर में मां-बेटे के अलावा अशोक की पत्नी थी। वो दूसरे कमरे में अपने ढ़ाई साल के बेटे के साथ सो रही थी। इसके कमरे से ही होकर एक रास्ता उस कमरे में जाता है, जहां वारदात को अंजाम दिया गया। सुबह में अशोक की वाइफ सीमा देवी के रोने आवाज सुन पड़ोसियों को इसकी जानकारी हुई। फिर पड़ोसियों ने पुलिस को वारदात के बारे में बताया।

एफएसएल ने की जांच

सूचना मिलने पर दानापुर और शाहपुर थाने की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। फिर दानापुर के एसडीपीओ राजेश कुमार पहुंचे। पुलिस टीम ने मामले की जांच की। इसके बाद एफएसएल टीम को जांच के लिए बुलाया गया। एफएसएल की टीम ने मौके से कुछ सैंपल भी जांच के लिए जुटाए हैं। वहीं, पुलिस ने दोनों ही डेड बॉडी का पोस्टमार्टम कराया और फिर बाद में फैमिलीवालों को सौंप दिया।

वाइफ से हुई पूछताछ

मामले की जांच करते हुए पुलिस ने अशोक की वाइफ सीमा देवी से भी पूछताछ की। पूछताछ के दौरान उसने बताया कि पति और सास अक्सर उससे लड़ते रहते थे। जिस कारण वह बच्चों के साथ अलग कमरे में सोती थी। सोमवार की सुबह करीब पांच बजे उठने पर देखा की उसकी सास के कमरे की लाइट जल रही थी। बगल में स्थित कमरे में जाने का दरवाजा खुला था। कमरे में झांकने पर हत्या की जानकारी हुई।

फिर सामने आया सीमा विवाद

इस दोहरे हत्याकांड के दौरान थानों की पुलिस के बीच सीमा विवाद का मसला एक बार फिर से देखने को मिला। जानकारी मिलने पर दानापुर और शाहपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची थी। लेकिन वारदात वाली जगह दोनों थानों की सीमा पर थी। इस कारण एफआईआर को लेकर दोनों ही थानों की पुलिस काफी देर तक उलझी रही। बाद में एसडीपीओ के निर्देश पर मामला दानापुर थाने के हवाले किया गया।

अशोक यादव के मामा श्यामनंदन यादव के बयान पर अज्ञात अपराधियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। जांच कर टीम जल्द ही हत्यारों को गिरफ्तार करेगी।

-राजेश कुमार, एसडीपीओ दानापुर