- एनएचएम की चार सदस्यीय टीम ने किया डिस्ट्रिक्ट फीमेल हॉस्पिटल का निरीक्षण

- एसएनसीयू स्टाफ पर घूस लेने का भी लगा आरोप, मांगा स्पष्टीकरण

बरेली : डिस्ट्रिक्ट फीमेल हॉस्पिटल ने हाल ही में एनक्यूएएस सर्टिफाइड होकर प्रदेश में पहचान बनाई है। लेकिन थर्स डे को यहां की व्यवस्थाओं की पोल खुल गई। यहां निरीक्षण को पहुंची नेशनल हेल्थ मिशन की टीम को यहां कार्यरत कर्मचारी अपने पटल की जानकारी तक नहीं दे सके वहीं कर्मचारियों पर तीमारदारों ने सुविधा शुल्क मांगने का आरोप भी मढ़ दिया जिस पर टीम ने सीएमएस को संबंधित स्टाफ से स्पष्टीकरण मांग कर कार्रवाई करने का आदेश दिया। टीम में एनएचएम के स्टेट कोर्डिनेटर डॉ। अरुण श्रीवास्तव और आरकेएसके के कन्सल्टेंट सौरभ तिवारी शामिल रहे।

टीम ने सबसे पहले ओपीडी, लेबर रुम और पोस्ट नेटल वार्ड की व्यवस्थाएं चेक कीं वहीं मरीजों से सुविधाओं की जानकारी ली। मरीजों ने सब बेहतर बताया। यहां एक बेड से दूसरी बेड का स्पेस कम होने पर हॉस्पिटल मैनेजर को उचित दूरी पर बेड सेटलमेंट करने का आदेश दिया।

बेहतर इलाज के नाम पर मांगते हैं सुविधा शुल्क

ओपीडी, लेबर रुम की व्यवस्थाएं चेक करने के बाद टीम जब दोपहर करीब 12 बजे एसएनसीयू पहुंची तो यहां भर्ती मासूमों के परिजनों ने स्टाफ पर बेहतर इलाज देने के नाम पर सुविधा शुल्क मांगने का आरोप लगाया। टीम ने मामला गंभीर बताते हुए फौरन ही सीएमएस को संबंधित स्टाफ से स्पष्टीकरण मांग कर कार्रवाई करने का आदेश दिया।

मेडिकल वेस्ट निस्तारण में भी मिली खामियां

एनएनसीयू के निरीक्षण के दौरान ही यहां मेडिकल वेस्ट निस्तारण भी ठीक नहीं मिला जिस पर स्टाफ को फटकार लगाते हुए तत्काल निस्तारण नियमानुसार करने के निर्देश दिए।

एनएचएम टीम से यहां कार्यरत स्टाफ पर सुविधा शुल्क मांगने की शिकायत की जिस पर स्पष्टीकरण मांगा गया है। वहीं मेडिकल वेस्ट निस्तारण मे जो कमी मिली इसको फौरन ठीक करा दिया गया है। जो भी दिशा-निर्देश मिले हैं इसका अनुपालन किया जाएगा।

डॉ। अलका शर्मा, सीएमएस।