- ताजमहोत्सव में दिख रहे कला के अनोखे रंग

- महिला सशक्तीकरण के लिए भी लगाया गया है स्टॉल

आगरा। ताज महोत्सव अब अपने पूरे शबाब पर आ गया है। भीड़ भी बढ़ने लगी है। स्टॉल सज चुके हैं। खरीदारों की भीड़ महोत्सव में शिरकत करने पहुंचने लगी है। भारत के अनेक रंगों को समेटे इस महोत्सव में सब अपने-अपने प्रदेश के रंगों और अपनी कला के साथ यहां मौजूद हैं।

क्या सच में यह बांस से बने हैं?

कुछ इसी तरह के सवाल लोग असम के अहमद अली खान के स्टॉल पर उठा रहे हैं। अहमद पिछले दस सालों से ताज महोत्सव में शिरकत कर रहे हैं। वे यहां अपने बांस के प्रोडक्ट्स के साथ आते हैं। इनमें पेन स्टैंड से लेकर बांस से बना सोफा सेट तक शामिल है। इनकी कीमत 50 रुपये से लेकर 20,000 तक है।

निराले ही दिखेंगे रोशनी के रंग

किसी भी घर को सुंदर बनाने का काम अगर घर का इंटीरियर करता है तो उस इंटीरियर को उभारने का काम रोशनी करती है। मुरादाबाद के अर्जुन के स्टॉल पर हार्ड एल्यूमिनियम, ग्लास और मेटल से बने लैंप शेड्स है। यहां मदर ऑफ पर्ल से बना लैंप शेड सेंटर ऑफ अट्रेक्शन बना हुआ है।

सामान के साथ संदेश भी

ताज महोत्सव में अगर हस्त शिल्पियों की कला के साथ लोगों को मानवता का संदेश भी दिया जा रहा है। एक स्टॉल पर शहर की ही एक संस्था की महिलाएं अपना सामान बेच रही हैं। आकांक्षा संस्था ने जो स्टॉल लगाया गया है वहां खाने-पीने की चीजों से लेकर सजावट का सामान भी मौजूद है। इस सामान को बेचने से जो पैसा इन्हें मिलेगा, उसे लड़कियों की शिक्षा और महिला सशक्तिकरण पर खर्च किया जाएगा।