सीपीआई भवन को बनाया प्रशासनिक भवन, यहीं से स्टेट यूनिवर्सिटी का शुभारंभ

ALLAHABAD: इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय का प्रशासनिक भवन महात्मा गांधी मार्ग सिविल लाइंस स्थित सीपीआई हास्टल भवन परिसर को बनाया गया है। करेंट में यहीं से सभी तरह के प्रशासनिक कार्यो का संचालन किया जाएगा। इसी भवन में फ्राईडे को राज्य विश्वविद्यालय के शुभारंभ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें चीफ गेस्ट राज्यसभा सांसद कुंवर रेवती रमण सिंह थे। कुंवर रेवती रमण सिंह ने अपने सम्बोधन में सपा सरकार को इलाहाबाद को दिए गए इस अनोखे तोहफे के लिए धन्यवाद दिया।

छात्रों से होती है विवि की पहचान

उन्होंने कहा कि मैं इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से पढ़ा हूं। आज इसकी हालत देखकर दया आती है। कुंवर रेवती रमण ने कुलपति की ओर मुखातिब होकर कहा कि राज्य विवि को ऐसा बनाएं, जिसमें पढ़कर युवा निकलें तो उन्हें नौकरी मिले। उन्होंने तकनीकि पर आधारित शिक्षा पर जोर दिया। कहा कि ऐसा न हो कि इलाहाबाद राज्य यूनिवर्सिटी कानपुर यूनिवर्सिटी बन जाए। जहां पैसा लेकर परीक्षा पास करवाई जाती है। विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद कमिश्नर राजन शुक्ला ने कहा कि रेवती रमण सिंह के प्रयास से राज्य विवि का सपना साकार हुआ है। उन्होंने कहा कि किसी भी विश्वविद्यालय की पहचान उससे पढ़कर निकले छात्रों से होती है न कि भवनो से।

खत्म होगा टाऊन एंड गाउन का डिस्टेंश

नव नियुक्त वाइस चांसलर प्रो। राजेन्द्र प्रसाद ने कहा कि उनकी रुचि सृजन एवं पर्यटन के क्षेत्र में रही है। वे यहां टाऊन एंड गाऊन के बीच का अंतर खत्म करने आए हैं। कहा कि वे एक माह के भीतर विश्वविद्यालय का नया स्टैच्यूट अस्तित्व में ला देंगे। इसके अलावा जल्द ही विवि का एकेडमिक कैलेंडर भी जारी हो जाएगा। बताया कि उनका जोर परंपरागत पढ़ाई पर तो होगा ही साथ ही नए प्रोफेशनल कोर्सेस की लांचिग उनका टार्गेट है। विश्वविद्यालय से संबद्ध इलाहाबाद मंडल के साढ़े चार सौ से ज्यादा नए कॉलेजेस में दाखिला इलाहाबाद राज्य विवि के अधीन ही होगा। नए सेशन में एडमिशन के लिए ऑनलाइन फार्म भी जल्द आएगा।

पीएम ने भाषण दिया पैसा नहीं

कार्यक्रम के दौरान भारी संख्या में सपाईयों की मौजूदगी में राज्यसभा सांसद रेवती रमण सिंह ने भाजपा पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पिछले दिनो इलाहाबाद में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आए पीएम नरेन्द्र मोदी ने केवल भाषण ही दिया, इलाहाबाद को फूटी कौड़ी देने की घोषणा नहीं की। जबकि सपा सरकार अब तक इलाहाबाद के विकास के लिए लाखों करोड़ रुपए दे चुकी है। उन्होंने लगातार बढ़ती मंहगाई के लिए भी केन्द्र सरकार को आढ़े हाथों लिया। एमएलसी वासुदेव यादव, विधायक गामा पांडेय, पूर्व सांसद धर्मराज पटेल, दर्जा प्राप्त मंत्री लल्लन राय, सपा जिलाध्यक्ष कृष्णमूर्ति सिंह यादव, महानगर अध्यक्ष इफ्तेखार हुसैन, रामनरेश त्रिपाठी के अलावा इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के शिक्षक एवं उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारी भी शामिल रहे।