- मुंबई सीरियल ब्लास्ट समेत 50 बम ब्लास्ट का दोषी डॉ। जलीश छूटा था तीन हफ्ते की पैरोल पर

फैक्ट फाइल

- 1993 में मुंबई सीरियल ब्लास्ट, राजधानी एक्सप्रेस ब्लास्ट, पुणे सीरियल ब्लास्ट समेत 90 के दशक में 50 से ज्यादा बम विस्फोटों का मास्टरमाइंड है।

- 2004 में उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी। वह अजमेर स्थित सेंट्रल जेल में सजा काट रहा था

- बीते 26 दिसंबर को जलीश 21 दिन की पैरोल पर जेल से छूटा था।

- 17 जनवरी को उसे फिर से जेल पहुंचना था। पर, 16 जनवरी को अचानक डॉ। जलीश मुंबई के अगटीपाड़ा स्थित घर से गायब हो गया

LUCKNOW (17 Jan): मुंबई में हुए सीरियल ब्लास्ट, राजधानी एक्सप्रेस ब्लास्ट समेत 50 से अधिक ब्लास्ट का मास्टरमाइंड उम्रकैद सजायाफ्ता 'डॉक्टर बम' के नाम से कुख्यात डॉ। जलीश अंसारी को यूपी एसटीएफ टीम ने कानपुर से दबोच लिया। वह तीन सप्ताह की पेरोल पर छूटा था लेकिन, मियाद पूरी होने से पहले ही मुंबई से फरार हो गया था। एसटीएफ के मुताबिक, आतंकी जलीश देश छोड़कर भागने की फिराक में था। गिरफ्त में आया जलीश इंडियन मुजाहिदीन व हूजी से ताल्लुक रखता था।

पैरोल पर छूटा था

डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि वर्ष 1993 में हुए मुंबई सीरियल ब्लास्ट, राजधानी एक्सप्रेस ब्लास्ट, पुणे सीरियल ब्लास्ट समेत 90 के दशक में 50 से ज्यादा बम विस्फोटों का मास्टरमाइंड डॉ। जलीश अंसारी को वर्ष 2004 में उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी। वह अजमेर स्थित सेंट्रल जेल में सजा काट रहा था। बीते 26 दिसंबर को जलीश 21 दिन की पैरोल पर जेल से छूटा था। नियमानुसार उसे पैरोल अवधि में हर रोज 10 से 12 बजे के बीच स्थानीय थाने में अपनी उपस्थिति दर्ज करानी थी। जबकि, 17 जनवरी को उसे फिर से जेल पहुंचना था। पर, 16 जनवरी को अचानक डॉ। जलीश मुंबई के अगटीपाड़ा स्थित घर से गायब हो गया। इसकी सूचना मिलते ही मुंबई एटीएस ने यूपी एसटीएफ को बीती रात 11 बजे अलर्ट किया।

रातभर चलती रही तलाश

आईजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि इस अलर्ट पर पूरे प्रदेश में रातभर तलाशी अभियान चलाया गया। मुंबई से आने वाली सभी ट्रेनों की सघन तलाशी ली गई। आरोपी के नेपाल भागने की संभावना के चलते बॉर्डर पर स्थित थानों व एसएसबी को भी अलर्ट किया गया। उन्होंने बताया कि प्रभारी एसपी एसटीएफ विशाल विक्रम सिंह प्रदेशभर में चल रही तलाशी अभियान की रातभर मॉनीटरिंग करते रहे। इसी बीच शुक्रवार सुबह सूचना मिली कि आरोपी डॉ। जलीश कानपुर में मौजूद है। जिसके बाद एसटीएफ की कानपुर यूनिट को इसकी जानकारी दी गई। टीम ने कानपुर के फेथफुल गंज में शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे कानपुर रेलवे स्टेशन के करीब आतंकी डॉ। जलीश को अरेस्ट कर लिया। टीम ने उसके कब्जे से 47 हजार रुपये नकद, आधार कार्ड, मोबाइल फोन व एक पॉकेट डायरी बरामद की।

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पाकिस्तान में ली थी ट्रेनिंग

- पूछताछ में आतंकी डॉ। जलीश ने बताया कि उसने पाकिस्तान में अब्दुल करीम टुंडा से बम बनाने की ट्रेनिंग ली।

- वर्ष 1992 में बांग्लादेश के रास्ते भारत में घुसा था और आतंकी संगठनों हूजी व इंडियन मुजाहिदीन के आतंकियों को बम बनाने की ट्रेनिंग दी

- आतंकी ने कुबूल किया कि हैदराबाद, मालेगांव, पुणे, अजमेर में विस्फोट के लिये जिम्मेदार है

- प्रभारी एसपी विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि आतंकी डॉ। जलीश टीएनटी व टाइमर बम बनाने का स्पेशलिस्ट है।

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एमबीबीएस के बाद बना आतंकी

डॉ। जलीश का पिता मुंबई में रहकर मजदूरी करता था। जलीश के छह भाई हैं। उसने 1982 में मुंबई के साइन हॉस्पिटल से एमबीबीएस की पढ़ाई की। जिसके बाद वर्ष 1988 में हैदराबाद के आजम गौरी ने उसकी मुलाकात अब्दुल करीम टुंडा से करायी। टुंडा देशी तरीके से बम बनाने में माहिर था। जिससे बम बनाने की विधि को सीखा और फिर पाकिस्तान में उसने बम बनाने की नई-नई तरकीबों की ट्रेनिंग ली।

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खुफिया एजेंसियां पूछताछ मे जुटीं

गिरफ्त में आने के बाद आतंकी डॉ। जलीश से पूछताछ के लिये आईबी, मुंबई एटीएस समेत तमाम एजेंसियां पूछताछ में जुट गई हैं। उससे पता लगाया जा रहा है कि वह भागकर कहां जाने वाला था और उसके फरार होने में उसकी किसने मदद की। उससे देशभर में फैले उसके संपर्को के बारे में भी पूछताछ की जा रही है।

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बच्चे की अंगुली थाम ली

ऑपरेशन में शामिल एक अधिकारी के मुताबिक, आतंकी जलीश ने कानपुर में एक धार्मिक स्थल में शरण ली थी। शुक्रवार दोपहर वह धार्मिक स्थल से बाहर निकला और उसने रास्ते में एक शख्स के साथ जा रहे बच्चे की अंगुली पकड़ ली, जिससे किसी को भी उस पर संदेह न हो। कानपुर स्टेशन पहुंचते ही जलीश बच्चे से अलग हो गया। इसी बीच वहां मौजूद एसटीएफ कॉन्सटेबल ने डॉ। जलीश को बहाने से रोका और उससे कहा कि 'आप तो अजमेर जेल में बंद थे'। कॉन्सटेबल ने उसे झांसा दिया कि वह भी अजमेर जेल में बंद था। इसी बीच एसटीएफ टीम ने उसकी फोटो क्लिक कर मुंबई एटीएस के अधिकारियों को भेज दी। उधर से हरी झंडी मिलते ही टीम ने डॉ। जलीश को अरेस्ट कर लिया।