- सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिया आदेश

- दोषियों के विरुद्ध होगी सख्त कार्रवाई

LUCKNOW :

लखनऊ यूनिवर्सिटी में एलएलबी पेपर लीक मामले की जांच में सहयोग के लिये एसटीएफ को लगाया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए यह आदेश दिया है। जांच में जो भी लोग दोषी पाये जाएंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी है।

वीसी ने की थी सीबीसीआईडी जांच की सिफारिश

अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने जानकारी देते हुए बताया कि लखनऊ यूनिवर्सिटी में एलएलबी थर्ड इयर के पेपर लीक मामले में दर्ज एफआईआर के बाद अब एसटीएफ टीम संपूर्ण मामले की जांच में सहयोग करेगी। उन्होंने कहा पेपर लीक मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जायेगी। उल्लेखनीय है कि बुधवार को पेपर लीक से संबंधित ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद यूनिवर्सिटी के वीसी एसके शुक्ला ने मामले की जांच सीबीसीआईडी से कराने की सिफारिश की थी। हालांकि, सीएम ने इस पर सख्त रुख अपनाते हुए मामले की जांच में सहयोग के लिये एसटीएफ को लगाने का आदेश दिया है।

न्यू कैंपस से वीसी आवास तक आक्रोश की आग

लखनऊ यूनिवर्सिटी के एलएलबी थ्री इयर कोर्स के थर्ड सेमेस्टर का पेपर लीक होने और एलयू द्वारा पूरी परीक्षा रद करने से स्टूडेंट्स का गुस्सा फूट पड़ा। गुरुवार को स्टूडेंट्स ने न्यू कैंपस से लेकर वीसी आवास तक जोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने न्यू कैंपस की लॉ फैकेल्टी पर ताला जड़ दिया और वीसी आवास का घेराव कर वीसी का पुतला भी फूंका।

मेन गेट पर लगाया ताला

स्टूडेंट्स ने न्यू कैंपस की लॉ फैकेल्टी में सेकंड शिफ्ट का एग्जाम शुरू होने से पहले ही मेन गेट पर ताला जड़ दिया और बाहर धरने पर बैठ गए। एग्जाम कराने गई फैकेल्टी और स्टॉफ को बिल्डिंग के अंदर बंद कर दिया गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्टूडेंट्स को मनाने की कोशिश की लेकिन स्टूडेंट वीसी को बुलाने की मांग पर अड़े रहे। जिस कारण लॉ फाइव इयर के पांचवे सेमेस्टर के एग्जाम नहीं हो सके।

चीफ प्रॉक्टर की नहीं सुनी

लॉ थर्ड इयर के थर्ड सेमेस्टर का एग्जाम रद होने से नाराज स्टूडेंट्सं ने भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए न्यू कैंपस में प्रदर्शन शुरू कर दिया और दूसरी पाली में एग्जाम देने के लिए आए एलएलबी इंट्रीग्रेटेड कोर्स के थर्ड इयर के पांचवे सेमेस्टर के स्टूडेंट्स को अंदर नहीं जाने दिया। प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स की मांग थी जब उनको पेपर नहीं देने दिया जा रहा है, तो वह किसी भी पेपर नहीं देने देंगे। हंगामे की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची चीफ प्रॉक्टर डॉ। अलका पांडेय ने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की पर वे वीसी को बुलाने की मांग पर अड़े रहे। उन्होंने प्रॉक्टर से बात करने से साफ इंकार कर दिया।

बुलाई गई पुलिस

जिसके बाद चीफ प्रॉक्टर ने पुलिस व प्रशासन के लोगों को बुलाया। मौके पर पहुंचे एडीएम टीसी और सीओ अलीगंज ने स्टूडेंट्स को समझाने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने। इस पर पुलिस ने लाठीचार्ज की अनुमति यूनिवर्सिटी प्रशासन से मांगी। जिस पर चीफ प्रॉक्टर ने उन्हें रोक दिया और परीक्षा शुरू होने का समय निकल जाने का हवाला देते हुए एलएलबी इंटीग्रेटेड फाइव इयर के पांचवे सेमेस्टर की गुरुवार को होने वाली परीक्षा को ही रद कर दिया। अब इस परीक्षा की नई तारीख एलयू प्रशासन बाद में जारी करेगा।

पीछे की गेट से निकाले गए डीन

लॉ फैकेल्टी के मेन गेट पर ताला न खुलने और प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने डीन लॉ प्रो। सीपी सिंह सहित एग्जाम में लगे दूसरे शिक्षकों और स्टॉफ को बिल्डिंग के पीछे की गेट से बाहर निकाला। शिक्षकों को पीछे की गेट से निकालने की सूचना मिलने पर स्टू्रडेंट वहां भी पहुंचकर हंगामा करने लगे। आलाधिकारियों ने किसी तरह से उनको समझाकर सभी को बाहर निकाला।

एनएसयूआई ने फूंका वीसी का पुतला

पेपर लीक मामले में एनएसयूआई ने गुरुवार को एलयू के गेट नंबर 1 पर वीसी एसके शुक्ला का पुतला फूंका। इसके बाद उन्होंने गेट नंबर 1 के सामने जा रही मेन रोड को ब्लॉक कर दिया। इस दौरान पुलिस ने एनएसयूआई के कार्यकताओं को घसीटते हुए रोड से हटाकर टै्रफिक क्लियर कराया। प्रदर्शन कर रहे कार्यकता उच्च शिक्षा मंत्री डॉ। दिनेश शर्मा के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। यहां से पुलिस कार्यकताओं को गिरफ्तार कर बसों में भर को पुलिस ले गई। प्रदर्शन करने वालों में एनएसयूआई के गौरव त्रिपाठी, उपेंद्र द्विवेदी, प्रणव पांडेय, रवि, आर्यन, तारिक, आशुतोष, आदि शामिल रहे।

आवास के बाहर डटे रहे स्टूडेंट

पेपर रद्द होने से नाराज विभिन्न कॉलेजों के स्टूडेंट्स ने वीसी आवास का घेराव किया। वह यूनिवर्सिटी प्रशासन पर इस पूरे मामले में शामिल शिक्षकों पर सख्त कार्रवाई करने के साथ ही वीसी के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। छात्रों द्वारा काफी देर तक हंगामा करने के बाद पुलिस ने वीसी और छात्रों के प्रतिनिधि मंडल की वार्ता कराई। वीसी से वार्ता के बाद भी छात्र संतुष्ट नहीं हुए, दोबारा वीसी आवास के बाहर प्रदर्शन पर बैठक गए।