- एफएसडीए संग पूरे प्रदेश में ऑपरेशन चलाने की तैयारी

- प्लानिंग के लिये एसटीएफ और एफएसडीए के बीच बैठक

- शासन के निर्देश पर एसटीएफ ने शुरू की फुलप्रूफ प्लानिंग

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LUCKNOW : राजधानी में लाल खून के काले कारोबार का खुलासा होने के बाद अब एसटीएफ ने पूरे प्रदेश में ऐसे कारोबारियों के खेल को बिगाड़ने की तैयारी शुरू कर दी है। इस खुलासे के बाद हरकत में आए शासन के निर्देश पर एसटीएफ फुलप्रूफ प्लानिंग में जुट गयी है। इसी संबंध में एसटीएफ के अफसरों ने सोमवार को एफएसडीए के अफसरों के साथ लंबी बैठक की और ब्लड बैंकों की कार्यप्रणाली को विस्तार से समझा। बताया जा रहा है कि तमाम जानकारियां इकट्ठा करने के बाद अब एसटीएफ ने अपने खुफिया नेटवर्क को एक्टिव कर दिया है।

समझी ब्लड बैंकों की कार्यप्रणाली
एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह ने बताया कि राजधानी में खून के काले कारोबार के खुलासे के बाद अब पूरे प्रदेश में अभियान चलाने को लेकर सोमवार को एफएसडीए से लंबी चर्चा की गई। इस संबंध में डीएसपी अमित नागर और टीम ने एफएसडीए के संग बैठक की। इस दौरान एसटीएफ अधिकारियों ने एफएसडीए अधिकारियों से मिलकर ब्लड बैंकों की कार्यप्रणाली और उनके लिये प्रभावी नियमों की जानकारी इकट्ठा की। एसटीएफ अधिकारियों ने एफएसडीए अधिकारियों से समझा कि सही डोनर और ठेके पर खून देने वालों की डिटेल को किस तरह अलग किया जाए। साथ ही ब्लड बैंकों में किस तरह घपले को अंजाम दिया जा सकता है, उसके बारे में भी विस्तार से जानकारी हासिल की।

इंटेलिजेंस इनपुट के बाद होगी कार्रवाई
एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि बैठक में तमाम जानकारियां इकट्ठी करने व धांधली के तरीकों को समझने के बाद अब प्रदेश भर में अपने इंटेलिजेंस नेटवर्क को एक्टिव किया गया है। हर स्पेसिफिक इनपुट को लोकल स्तर पर तस्दीक किया जाएगा और पुष्टि होने पर एफएसडीए की टीम के साथ छापेमारी की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस वक्त प्रदेश की सभी यूनिट्स को अलर्ट कर तमाम सोर्सेज से इस बारे में मिल रहे इंटेलिजेंस इनपुट को एनालाइज करने के निर्देश दिये गए हैं। साथ ही इसकी जानकारी एसटीएफ हेडक्वार्टर को भी मुहैया कराने को कहा गया है।

लगातार रहेंगे संपर्क में
डिप्टी एसपी अमित नागर ने बताया कि सोमवार को आयोजित की गई एफएसडीए व एसटीएफ अधिकारियों की बैठक में तय किया गया कि जो भी इंटेलिजेंस इनपुट मिलेंगे, उन्हें एक-दूसरे से शेयर किया जाएगा। साथ ही आरोप की पुष्टि होने पर दोनों ही विभाग ज्वाइंट ऑपरेशन करेंगे। इसके लिये यह भी तय किया गया है कि दोनों विभागों के अधिकारी बराबर संपर्क में रहेंगे और हालात की समीक्षा करेंगे।