- नगर निगम कैंपस में वाहन पार्किग को लेकर बनी थी योजना

- बाहरी वाहनों से लिया जाना था 100 रुपए चार्ज, इंप्लॉइज को जारी होते वाहन पास

- योजना पर नहीं हो सका अमल, गेट पर लगे बैरियर पर भी नहीं रहते गार्ड

GORAKHPUR: नगर निगम कैंपस में वाहन पार्किग को लेकर बना वाहन पास का प्लान कागजों में ही रह गया है। पिछले साल प्लानिंग की गई थी कि बाहरी वाहनों से 100 रुपए वसूल किए जाएंगे। साथ ही अधिकारी, कर्मचारी और पार्षदों के लिए वाहन पास भी जारी किया जाएगा। इसका मकसद था कि बाहरी लोग अपनी गाड़ी नगर निगम कैंपस में न खड़ी करें। इसके लिए तीन स्टैंड्स की योजना बनी जिसे अमल में भी लाया गया। बावजूद इसके न तो पास जारी किया जा सका और न ही 100 रुपए लिए जा रहे हैं। इसकी वजह से आज भी निगम कैंपस में बेतरतीब तरीके से वाहन खड़े रहते हैं। जिसकी वजह से आने-जाने वालों को खासी परेशानी होती है।

आए दिन होता प्रदर्शन, भरे रहते बाहरी वाहन

आए दिन प्रदर्शनकारियों की वजह से नगर निगम कैंपस में जाम की समस्या बनी रहती है। निगम अधिकारियों के अलावा आने-जाने वालों की गाडि़यां भी कैंपस में नहीं आ पा रही हैं। पार्षद, अफसर और अन्य लोगों को पैदल ही अंदर जाना पड़ता है। हालांकि पिछले साल पार्षदों ने इस पर नाराजगी भी जाहिर की थी और अराजकतत्वों ने अफसरों के कई वाहनों को नुकसान भी पहुंचाया था। तभी से नगर निगम प्रशासन बाहरी वाहनों की इंट्री रोकने की योजना बना रहा था।

बैरियर लगाए लेकिन नहीं रहते गार्ड

बाहरी वाहनों की इंट्री पर रोक लगाने के लिए नगर निगम के मेन गेट पर बैरियर लगाया गया। नगर निगम प्रशासन का दावा था कि बैरियर को क्रियाशील बनाने के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। साथ ही जिनके पास टोकन होगा, उसी वाहन को इंट्री मिलेगी। वहीं कैंपस में वाहन ले आने वाले बाहरी लोगों से 100 रुपए का शुल्क भी वसूल किया जाना था लेकिन यह प्लानिंग ठंडे बस्ते में चली गई।

बना रहता वाहन चोरी का खतरा

नगर निगम कैंपस में बनी पार्किग के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी नहीं लगाई गई हैं। जिसकी वजह से वाहनों के चोरी होने का अंदेशा बना रहता है। फिर भी नगर निगम प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है।

बन चुकी हैं तीन पार्किग

नगर निगम कैंपस में पुलिस चौकी के पास अधिकारियों के वाहनों की पार्किग है। म्यूजिकल फाउंटेन की तरफ सामान्य पार्किग और कैंटीन के पास इंप्लॉइज के वाहन खड़े किए जा रहे हैं। फिर भी यहां पर बेतरतीब तरीके से वाहन खड़े किए जा रहे।