हाईवे से जुड़ी अहिरवां पुलिस चौकी में वारंटी की हुई मौत

-चकेरी थाने की अहिरवां चौकी में हुई घटना, टीवी एक्ट्रेस के घर पर चोरी और लूट के शक में उठाया था

-थर्ड डिग्री झेल नहीं पाया वारण्टी, पुलिस ने सुसाइड का दावा किया, परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया

-एक सिपाही समेत पांच पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज, पूरी पुलिस चौकी की गई सस्पेंड

KANPUR : बुलन्दशहर में हाईवे में मां-बेटी के साथ लूट व रेप का मामला अभी ठंडा नहीं हुआ था कि गुरुवार को शहर में नेशनल हाईवे से जुड़ी अहिरवां पुलिस चौकी में वारण्टी की मौत पर परिजनों ने बवाल कर दिया। पुलिस ने उसको भाई और एक युवक समेत टीवी एक्ट्रेस के घर पर चोरी और लूट के शक में उठाया था। उसका शव बैरक में फांसी पर लटका मिला। परिजनों ने उसकी पीट-पीटकर हत्या कर शव को फांसी पर लटकाने का आरोप लगाया। तैनात पुलिस कर्मी आला अफसरों को जानकारी देकर चौकी से भाग गए। सूचना पर एसएसपी, एसपी समेत आला अफसर फोर्स समेत मौके पर पहुंचे तो परिजनों ने उनका घेराव कर हाईवे पर जाम लगा दिया। इस दौरान गुस्साए लोगों ने दो बार पुलिस और पब्लिक पर पथराव कर दिया। करीब छह घंटे तक पुलिस लोगों को समझाकर शांत करने की कोशिश करती रही, लेकिन जब हालात बेकाबू हो गए तो पुलिस को बवालियों को खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागने पड़े।

चोरी के शक में उठाया था

श्यामनगर के रामपुरम में रहने वाले किशन वाल्मीकि टेनरी कर्मी हैं। उनके परिवार में पत्नी मीना, तीन बेटे कमलेश, विमल, निर्मल और दो बेटियां हैं। जिसमें कमलेश अपराधिक प्रवृत्ति का था। उसका कोर्ट से वारण्ट जारी हुआ है। पुलिस ने करीब दो दिन पहले कमलेश और उसके भाई निर्मल को टीवी एक्ट्रेस के घर में हुई चोरी और लूट के शक में उठाया था। पुलिस उससे दो दिन से पूछताछ कर रही थी। परिजन उसको छुड़ाने के लिए पुलिस चौकी से लेकर थाने के चक्कर लगा रहे थे। पुलिस ने उसे पहले कृष्णानगर पुलिस चौकी में रखा, लेकिन बुधवार की शाम को पुलिस ने पटेल नगर से राजू मिस्त्री को उठाने के बाद उसके साथ कमलेश और निर्मल को हाईवे से जुड़ी अहिरवां चौकी भेज दिया। वहां पर पुलिस ने रात को उनसे पूछताछ की थी।

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थर्ड डिग्री देने का आरोप

सोर्सेज के मुताबिक पुलिस ने जबरन जुर्म कबूल कराने के लिए तीनों पर थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया। पुलिस ने तीनों पर पट्टा और बेलन चढ़ाने के साथ ही करंट भी लगाया। पुलिस ने तीनों को मरणासन्न हालत में बैरक में बंद कर दिया। सुबह करीब दस बजे सिपाही ने बैरक खोली तो कमलेश की मौत हो चुकी थी, जबकि उसका भाई निर्मल और राजू मिस्त्री बेहोशी की हालत में पड़े थे। सिपाही को उसकी मौत का पता चला तो उसके होश उड़ गए। उसने चौकी इंचार्ज को बताया तो उसके भी पैरों तले जमीन खिसक गई। वो आला अफसरों को जानकारी देकर सिपाहियों समेत पुलिस चौकी से भाग गया।

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देर रात पैनल से हुआ पाेस्टमार्टम

इधर, उसकी मौत का पता चला तो परिजन समेत इलाकाई लोग भड़क गए। गुस्साए लोगों ने हंगामा करते हुए हाईवे और फिर रामादेवी चौराहे पर जाम लगा दिया। इस दौरान उन्होंने पुलिस और पब्लिक पर पथराव करने के साथ ही आगजनी भी कर दी। जिसमें बस, टैंकर समेत आधा दर्जन वाहन क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि बाइक जलकर राख हो गई। पथराव में तीन पुलिस कर्मी समेत आधा दर्जन लोग घायल हो गए। घंटों बाद भी जब लोग शांत नहीं हुए तो पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े, जिससे हालत काबू में आए। वहीं देर शाम पुलिस ने मृतक की शिनाख्त कर उसके परिजनों को पुलिस कस्टडी में पोस्टमार्टम भेजा, जहां देर रात को पैनल से उसका पोस्टमार्टम कराया गया।