- वकीलों के कार्य बहिष्कार से परेशान रहे फरियादी

- रजिस्ट्री व कोषागार कार्यालय को जबरन कराया बंद

Meerut । हाईकोर्ट बेंच की मांग को लेकर अधिवक्ताओं ने कचहरी गेट पर धरना प्रदर्शन किया। इसके बाद नारेबाजी करते हुए कचहरी में रजिस्ट्री व कोषागार कार्यालयों को जबरन बंद करा दिया।

क्रमिक अनश्ान पर बैठे

धरना-प्रदर्शन के दौरान कचहरी गेट पर पूर्व अध्यक्ष धीरेंद्र दत्त शर्मा, सतीश चंद्र गुप्ता, गजेंद्र सिंह धामा, पूर्व महामंत्री संजय शर्मा, अनिल कुमार जंगाला, सुधीर पंवार उपाध्यक्ष, अजय स्वामी, अनुराधा जैन, विपिन शर्मा, सरताज गाजी समेत कई अधिवक्ता क्रमिक अनशन पर बैठे।

निकालेंगे शांति मार्च

हाईकोर्ट बेंच की स्थापना की मांग कर रही केंद्रीय संघर्ष समिति के संयोजक प्रबोध कुमार शर्मा ने बताया कि जागृति विहार में संघ के होने वाले 25 फरवरी को राष्ट्रोदय समागम में संघ प्रमुख मोहन भागवत, कई प्रदेशों के मुख्यमंत्री तथा केंद्र के कई मंत्री शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि अधिवक्ताओं का एक शांति मार्च कार्यक्रम स्थल तक निकाला जाएगा। कार्यक्रम में आए गणमान्य नेताओं को पश्चिमी उप्र में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना की यथोचित मांग से अवगत कराया जाएगा।

भटकते रहे फरियादी

कचहरी में न्यायिक कार्य न होने से पेशी समेत अन्य कार्यो से आए लोग परेशान दिखे। सबसे ज्यादा परेशानी रजिस्ट्री ऑफिस में लोगों को देखने को मिली।

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मकान की रजिस्ट्री कराने के लिए आए थे। अधिवक्ताओं ने जबरन रजिस्ट्री कार्यालय बंद करवा दिया। जिसके कारण उनके प्लाट की रजिस्ट्री नहीं हो सकी।

दानिश जैदी फार्म

कोर्ट में गवाही थी, लेकिन अधिवक्ताओं के कार्य बहिष्कार से गवाही नहीं हो सकी।

शमर आलम शास्त्री नगर

कोर्ट में पेशी थी। वकीलों के विरोध प्रदर्शन से उनकी पेशी नहीं हो सकी। वह काफी दूर से आए थे।

खुर्शीद आलम सरधना

एक झगड़े के केस में अपने भाई की जमानत करवानी थी। अधिवक्ताओं के कार्य बहिष्कार के कारण उनके भाई की जमानत नहीं हो सकी।

शमसेर मुंडाली

हाईकोर्ट बेंच की मांग को लेकर कार्य बहिष्कार किया गया। पहले दिन सभी अधिवक्ता एक मंच पर नजर आए

प्रबोध शर्मा -

संयोजक

केंद्रीय संघर्ष समिति