-कंपनियों ने कंज्यूमर फोरम के नियमों का मजाक बना दिया है।

PATNA(11 Oct):

आप मॉल में खरीदारी करने जाते हैं तो यह खबर आपके लिए है। क्या आपको पता है कि मॉल या दुकान में कोई आपसे कैरी बैग के लिए पैसा ले रहा है तो वह गैरकानूनी है। इसे लेकर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने

कई मॉल में जाकर कैरी बैग के लिए वसूले जाने वाले पैसे की पड़ताल की तो खुलासा हुआ कि अधिकांश जगह कैरी बैग के लिए 5 से 14 रुपए तक वसूले जा रहे है।

कैरी बैग चाहिए तो पैसा देना होगा

कुर्जी मोड़ पर स्थित एक मार्ट में असिटेंट मैनेजर ने बताया कि हमलोग कंपनी के आदेश पर कैरी बैग के लिए रुपए ले रहे हैं। कैरी बैग फ्री नहीं आता है इसलिए कीमत ले रहे है। बोरिंग कैनाल रोड पर स्थित एक मॉल में कागज के कैरी बैग के लिए 5 से 7 रुपए तक वसूले जा रहे हैं। यहां खरीदारी करने आए राजीव सिंह ने बताया कि कंपनी को नियम का पालन करना चाहिए। अगर कर्मचारी से नियम के बारे में बोलो तो उनका कहना है कि आपको बैग नहीं चाहिए तो मत लीजिए। हमें कैरी बैग के लिए पैसा लेने के लिए कहा गया है।

एक्शन से बचने का तरीका

पहले जहां कई मॉल कैरी बैग पर अपनी शॉप या शोरूम का नाम प्रिंट करवा कर ग्राहक से रुपए लेते थे। ्रजब दूसरे प्रदेशों में कंज्यूमर कमीशन ने कैरी बैग के नाम पर हो रही वसूली पर एक्शन लिया तो शोरूम मालिक ने कस्टमर्स को प्लेन कैरी बैग देना शुरू कर दिया है। राजीव नगर स्थित मॉल में एक कर्मचारी ने बताया कि पहले प्रिंट वाले बैग आते थे लेकिन अब कंपनी प्लेन कैरी बैग भेज रही हैं। जिनकी कीमत 5 रुपए और 7 रुपए ली जा रही हैं।

14 रुपए तक कीमत के कैरी बैग

फ्रेजर रोड पर स्थित एक मॉल में जब हमारी टीम पहुंची तो यहां पर पता चला कि कम से कम यहां पर 5 रुपए और बड़े कैरी बैग के लिए 14 रुपए तक वसूले जा रहे है। इसी तरह पाटलिपुत्र साई मंदिर स्थित एक आउटलेट पर कुछ ग्राहकों ने बताया कि कंपनी उनसे कैरी बैग के लिए चार्ज करती है।

कैरी बैग के लिए रुपए लेना गलत है। किसी भी मॉल में अगर कैरी बैग के रुपए लिए जा रहे है तो इसके लिए सूचना बोर्ड लगा होना चाहिए।

-घनश्याम प्रसाद, एडवोकेट, कंज्यूमर फोरम

क्या कहता है कंज्यूमर कमीशन

-दुकानदार आपसे कैरी बैग के लिए रुपए नहीं मांग सकता।

-ग्राहक को पेपर बैग देने के बदले पैसे देने के लिए मजबूर करना गलत है।

-ये कंपनी की खराब सर्विस दिखाता है।

-पेपर कैरी बैग कंपनी को मुफ्त देना चाहिए।

-सुविधा के लिहाज से कस्टमर को बैग देना चाहिए।

-कैरी बैग के लिए पैसे लेना सेवा में कमी और अनफेयर ट्रेड प्रैक्टिस माना जाएगा।

-नियम के अनुसार फ्री में कैरी बैग मिलना चाहिए लेकिन मॉल में कीमत मांगी जा रही है। मजबूरी में कैरी बैग खरीदना पड़ रहा है।

-आनंद विद्यार्थी

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- पब्लिक शिकायत नहीं करती हैं इसलिए कैरी बैग के नाम पर मॉल वाले रुपए कमा रहे है।

-रवि शेखर

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-काउंटर पर कर्मचारी नियम का हवाला देते है। जिससे रुपए देना पड़ते हैं। नहीं तो समान ले जाने की व्यवस्था खुद करनी पड़ती है।

-अंकिता