वैसे तो यूपीकैडर में आशिक मिजाज आईएएस-आईपीएस अफसरों की फेहरिस्त काफी लंबी है। लेकिन कानपुर में तैनाती के दौरान कई अफसरों की रंगीन मिजाजी ने महकमें में कुछ ज्यादा ही सुर्खियां बटोरीं । ये अलग बात है कि छेडख़ानी के आरोप में गिरफ्तार आईएएस शांति लाल भूषण की तरह इन अफसरों पर कोई गाज नहीं गिरी।
मॉल रोड और वो मशहूर रेस्टोरेंट
करीब दो साल पहले जिले के एक आईएएस अफसर ने मॉल रोड के एक रेस्टोरेंट पर जमकर अपनी कृपा बरसाई। अपने रसूख का इस्तेमाल करके इन अफसरान ने न सिर्फ इस रेस्टोरेंट की कई कानूनी अड़चनें दूर कीं। बल्कि, इसके मालिक को भी तमाम मामलों से बरी करवाया। जवाब में रेस्टोरेंट के मालिक ने भी इन जनाब के लिए रेस्टोरेंट में स्पेशल अरेंजमेंट करे। जहां ये अफसरान एक खास ‘समय’ पर अपनी महिला मित्र के साथ पाए जाते थे। जब तबादले का वक्त आया तो रेस्टोरेंट मालिक ने इन अफसरान को एक बीएमडब्लू गिफ्ट कर डाली। आजकल वो अफसर लखनऊ में तैनाती के मजे लूट रहे हैं। कानपुर का वो रेस्टोरेंट अपने सुनहरे गुलाबी दिनों को आज भी याद करता है
जमकर किया बेइज्जत

 शहर में एक ऐसे आईएएस ऑफिसर भी आए, जिनकी हरकतों ने यहां तैनात महिला आईएएस अफसरों को खूब परेशान किया। इन ट्रेनी महिला अफसरों के नजदीक रहने के लिए ये जनाब कोई न कोई बहाना ढूंढते रहते थे। ट्रेनिंग के नाम पर उन्हें दिन-दिन भर अपने साथ बैठाते। रात में मीटिंग के बहाने अकेले अपने कैम्प ऑफिस में बैठाए रहते। मैकरॉबर्टगंज स्थित एक होटल में अपने सबआर्डिनेट के बेटे की रिसेप्शन पार्टी में तो इन अफसर ने हद ही कर दी। जाम के दो गिलास हलक के नीचे क्या गए कि लगे उस महिला आईएएस को घूरने। काफी देर तक एकटक घूरते रहे। पार्टी में कई ऑफिसर्स अपनी-अपनी पत्नियों के साथ मौजूद थे। सबने ये नजारा देखा, लेकिन अपने सीनियर के खिलाफ बोले कौन? उक्त महिला आईएएस का आईपीएस पति शहर में ही तैनात था। जब उसे इस हरकत का पता चला। तो वो सीधे वाइफ के सीनियर के बंगले पहुंच गए। सबके सामने जमकर बेइज्जत किया। हालांकि, कुछ ही दिनों बाद दोनों हसबैंड-वाइफ का गैर जनपद तबादला हो गया। पर ये कहानी आज भी उस पार्टी में मौजूद लोग चटखारे लेकर सुनाते रहे
सीओ पर फिसला दिल
मेरठ हो या आगरा। लखनऊ हो या कानपुर। आशिक मिजाजी में एक आईपीएस ऑफिसर खूब सुर्खियों में रहे। इसलिए भी क्योंकि ये सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर ज्यादातर एक्टिव रहते थे। एक महिला सीओ पर इनका दिल फिसल गया। फिर क्या था दिन हो या रात। ऑफिस वर्क के बहाने महिला सीओ की जिप्सी इन अफसर के बंगले के पार्किंग लॉन पर खड़ी रहती थी। शहर की एक जघन्य आपराधिक घटना के बाद इन जनाब का ट्रांसफर दोबारा मेरठ कर दिया गया। लेकिन वहां भी ये अपनी हरकतों से बाज नहीं आए।
और इनके तो कहने ही क्या
एक सीनियर महिला आईपीएस और आईपीएस अफसर के इश्क के चर्चे आज भी लोगों के जेहन में तरोताजा हैं। एक ही गाड़ी में घूमना-फिरना, सिविल लाइंस से मैनावती मार्ग तक लॉन्ग ड्राइव भी खूब चर्चा में रही। हालांकि, दोनों अफसरों की नजदीकियां महिला आईएएस के पति की बेवफाई के बाद बढ़ीं। दरअसल, महिला आईएएस के पति सरकारी अफसर के साथ-साथ आशिक मिजाज थे। उनका एक ऑफिसर की वाइफ के साथ चक्कर चला। बात जब महिला आईएएस को पता चली तो उन्होंने भी पति की बेवफाई का बदला तू नहीं और सही, और नहीं और सही वाले अंदाज में लिया
वैसे हमारा मकसद किसी के दिल के तारों को छेडऩा नहीं है पर ये तार शहर में जो संगीत पैदा कर गए हैैं उनकी धुन आज भी प्रशासनिक हल्कों की फिजाओं में सुनाई पड़ जाती है

अब मिलिए आशिकी के दो गैंग लीडरों से 
वर्दी वाले दो अफसर ने तो ऐसी रंगीन मिजाजी दिखाई कि आशिकी भी पनाह मांग गई और बात अपराध तक चली गई। एक जनाब ने नाबालिग लडक़ी को कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाया और उसका सेक्सुअल एक्सप्लॉयटेशन किया। मुद्दा जब मीडिया में उछला और कार्रवाई हुई तो सीधा ये अफसर सीधे जेल भेज दिये गए। दूसरे मामले में भी एक वर्दी वाले अफसर ने फीमेल स्टूडेंट का जमकर शोषण किया। बयान दर्ज कराने के बहाने छात्रा को होटल ले जाते, फिर वहां उसका सेक्सुअल हैरसमेंट करते। ये जनाब जब रंगे हाथों पकड़े गए तो होटल से बिना कपड़ों के ही ऐसा भागे कि आज तक कानपुर लौटकर नहीं आए, ना ही चार्ज संभाला। अब इन जनाब की जांच सिटी में तैनात एक एसपी लेवल के अधिकारी कर रहे हैं.