-परतापुर क्षेत्र का मामला, फर्जी निकली लूट की घटना

-एसपी सिटी के निर्देशन में आरोपी को भेजा गया जेल

<-परतापुर क्षेत्र का मामला, फर्जी निकली लूट की घटना

-एसपी सिटी के निर्देशन में आरोपी को भेजा गया जेल

MeerutMeerut: गुरुवार शाम परतापुर थानाक्षेत्र स्थित शंकरनगर के समीप युवक से क्ब् लाख रुपये लूट की वारदात फर्जी निकली। असल में यह फर्जी कहानी कर्जदारों से बचने के लिए पीडि़त ने ही रखी थी। एसपी सिटी आलोक प्रियदर्शी ने पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता के दौरान शुक्रवार को पूरे घटनाक्रम का खुलासा कर दिया।

खुद रची लूट की कहानी

गौरतलब है कि गुरुवार शाम परतापुर थानाक्षेत्र के शंकरनगर निवासी सुनील कुमार पुत्र जयप्रकाश ने थाना पुलिस को बताया कि सरेशाम करीब 7बजे घर से बैग में क्ब् लाख रुपये रखकर जागृति विहार के लिए रवाना हुआ। शंकरनगर से वो बिजली बंबा बाईपास ही ओर चला ही था कि कुछ दूरी पर जंगल में पीछे से आ रहे दो हथियारबंद बाइक सवार लुटेरों ने बाइक को रोककर मारपीट शुरू कर दी। विरोध करने पर हथियार से प्रहार किया और पीठ पर लदे रुपये से भरे बैग को छीनकर ले गए।

पूछताछ में हुआ खुलासा

पुलिस कस्टडी में आरोपी ने बताया कि वो फ्0 सदस्यों की एक कमेटी चलाता है। गुरुवार को दो साल से चल रही कमेटी मैच्योर होने पर सभी को पेमेंट करना था। दो साल से जमा हो रहे इस रकम में से 9 लाख रुपये मकान बनवाने और कर्ज चुकाने में खर्च कर दी। ऐसे में महज भ् लाख रुपये ही बचे थे। गुरुवार को रकम लेकर वो घर से निकला और सीधा अपने मौसेरे भाई राजेंद्र सिंह के पास पहुंचा। ये रकम वहां रखने के बाद शॉप्रिक्स मॉल पहुंचा, बाजार से एक चाकू खरीदा।

पेट में मारने का किया प्रयास

आरोपी ने बताया कि पहले वह घने जंगल के समीप पहुंचा। बाइक को रोककर, उसने चाकू को अपने पेट में मारने की कोशिश की, मारे डर में जांघ में ही चाकू मार पाया और क्00 नंबर पर फोन कर लूट की घटना की जानकारी दी। आरोपी का मकसद क्ब् लाख रुपये की लूट को सही साबित करना था। थानाध्यक्ष परतापुर सुशील कुमार दुबे ने क्राइम सीन का रिहर्सल किया तो स्थिति स्पष्ट हो गई। आरोपी के परिजनों के बयान भी अलग-अलग थे। पुलिस ने जालसाज को जेल भेज दिया।