- जिले के सैकड़ों लोग फंसे हैं जम्मू-कश्मीर की बाढ़ में

Meerut : जम्मू-कश्मीर में आई भीषण बाढ़ में जिले के हजारों लोग फंसे हुए हैं। उनसे संपर्क नहीं होने से परिजनों का बुरा हाल है। परिजन किसी तरह अपनों की खैर-खबर जानने को बेचैन हो रहे हैं।

संडे को हुई लास्ट बातचीत

सदर निवासी दालमंडी निवासी राधाकृष्ण गोयल व उनकी धर्मपत्‍‌नी विमल गोयल मेरठ से अपने रिश्तेदारों के साथ घुमने के लिए निकले थे। उनकी बहू रजनी गोयल व बेटा अमित गोयल उनको देखने के लिए तरस रहे हैं। बहू रजनी ने बताया कि अभी संडे को ही उनसे फोन पर बात हुई थी उनका अपना फोन तो चलना बंद हो गया है। लेकिन किसी दूसरे के फोन से बात करके उन्होंने बताया था कि वह लोग ठीकठाक है और गवर्नर हाउस के पास पहुंच चुके हैं। एयरपोर्ट में काफी भीड़ है इसलिए अपने नम्बर का इंतजार कर रहे हैं।

जब तक घर नहीं लौटते रहेगी चिंता

सदर निवासी आठ साल साल का नन्हा शौर्य और उसका दस साल का भाई दिव्यांशु अपने दादा-दादी को याद कर रहे हैं। दिव्यांशु ने बताया कि उसके दादा का नाम गोपाल कृष्ण गोयल व दादी का नाम मधु गोयल है। वह दोनों ही अपने दादा दादी से मिलने के लिए तरस रहे हैं। उनके दादा-दादी ने उनके चाचा अंकित से फोन पर बात की थी। बेटे अंकित ने बताया कि उनके मां-बाप ठीक है, लेकिन उनको तब तक चिंता तो रहेगी ही जब तक वह घर न लौट जाए।

मां-बाप के लौटने का इंतजार

खैरनगर रहने वाले तोशू के माता पिता भी पिछले मंडे से घर से निकले हुए है। पिता उमेश अग्रवाल व मां दोनों ही गए हुए हैं। उनके साथ रिश्तेदारों में चार सदस्य और भी गए हुए हैं। हालांकि यह सूचना तो मिल चुकी है वो लोग ठीक है, मगर जब तक घर लौटकर नहीं आएंगे तब तक चिंता बनी रहेगी। बेटी खुशबू ने बताया कि उन्हें हर वक्त अपने मां-बाप के लौटने का ही इंतजार रहता है।