-इस रूट पर सेमी हाईस्पीड ट्रेन के लिए रेलमंत्री प्रभु ने की थी घोषणा

- कैंची टै्रक, पुल और कोच की टूटी कपलिंग के बीच फंसी हादसे की कड़ी

KANPUR: दिल्ली- कानपुर ट्रैक पर पिछले रेल बजट में सेमी हाईस्पीड ट्रेन चलाने की घोषणा रेलमंत्री ने अपने बजट में की थी। इसके लिए ट्रैक को मजबूत करने, ऑटोमैटिक सिग्नलिंग को लेकर कई काम किए जा रहे थे। बुधवार सुबह रूरा स्टेशन से गुजरते हुए इसी ट्रैक पर सियालहाद अजमेर एक्सप्रेस पलट गई। हादसे के बाद जो हालात थे, उसमें तड़पते घायल, बिखरे कोच, टूटी पटरियां बेहद खतरनाक नजारा पेश कर रहे थे। दो कोच तो सीधे प्लेटफार्म पर ही पलटे थे। इसके अलावा दो कोच पुल से नहर में गिरे पड़े थे। क्षतिग्रस्त ओएचई केबल भी हादसे की भयावकता की कहानी कह रही थी।

पैंट्री कार से टूटी कपलिंग

सियालदाह- अजमेर एक्सप्रेस सुबह 5.22 बजे के करीब रूरा स्टेशन से गुजर रही थी इसी दौरान ये हादसा हुआ। एसी कोच के बाद लगे पैंट्रीकार और एस-13 कोच के बीच कपलिंग टूट गई। इसके अलावा एक और जगह ये कपलिंग टूटी थी। ट्रेन के एस-8 और एस-9 कोच के बीच काफी दूरी थी। एस-8 के अलावा एस-7 कोच भी पलटा पड़ा था। इससे हादसे में ट्रेन के कई हिस्सों में बंटने की बात से भी इंकार नहंी किया जा सकता। जिसकी वजह से इतना नुकसान हुआ।

कोचों के मेंटिनेंस पर भी सवाल

ट्रेन के एस-13,12,11,10,9,8 व 7 कोचों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। इनमें से एस-13, 12,10 कोचों में इनकी सर्विस की डेट को हादसे के फौरन बाद पेंट कर लिख दिया गया। जिससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं। दरअसल रेलवे के हर कोच की 6 महीने में पूरी सर्विसिंग व चेकअप कराता है। इन कोचों का चेकअप समय पर हुआ होता तो हादसे के बाद नई तारीखें डालने की जरूरत न पड़ती।

ट्रैक भी जर्जर

रूरा स्टेशन से ठीक पहले नहर पर दो छोटे पुल पड़ते हैं और इसके दोनों ओर ट्रैक इंटरचेंज के लिए कैंची बनी हुई है। ट्रैक भी काफी घुमावदार है। सियालदाह-अजमेर एक्सप्रेस एक सुपरफॉस्ट ट्रेन हैं जिसकी नार्मल स्पीड 100 किलोमीटर के करीब ही रहती है। इस 500 मीटर की दूरी में कई जगह जर्जर ट्रैक अधिकारियों को मिला है। इसके अलावा ट्रैक के कई छोटे छोटे टुकड़े बिखरे मिले हैं।

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वर्जन-

ट्रैक की खराबी या कपलिंग टूटना हादसे की वजह हो सकती है। सभी घायलों को इलाज के लिए भेजा गया है। कोई मौत नहीं है। हादसे की पूरी जांच की जाएगी और कारणों का पता लगाया जाएगा।

-एसके पंकज, डीआरएम, इलाहाबाद मंडल, एनसीआर