नौ दिन पुरानी हड़ताल हुई समाप्त, सहमति के आधार लिया निर्णय

ALLAHABAD: जनता जनार्दन के लिए अच्छी खबर है। लेखपालों ने अपनी नौ दिन पुरानी हड़ताल वापस ले ली है। मंगलवार से सदर तहसील में आय, जाति व आयु प्रमाणपत्र बनने सहित तमाम कार्य शुरू हो जाएंगे। उप्र लेखपाल संघ और राजस्व परिषद के बीच हुई वार्ता के बाद लेखपालों काम पर वापस लौट आए। हालांकि उन्होंने संघ के इस फैसले पर रोष जाहिर किया है। उनका कहना है कि महज सहमति को आधार बनाकर हड़ताल वापस ले लेना उचित नहीं है।

पेंडिंग हैं 25 हजार आवेदन

बता दें कि लेखपालों की हड़ताल के चलते आय, जाति व आयु प्रमाणपत्र के 25 हजार आवेदन पेंडिंग हो चुके हैं। खासकर एडमिशन का समय होने की वजह से लोगों को काफी दिक्कत हो रही थी। रोजाना सैकड़ों लोग निराश होकर तहसीलों से लौट रहे थे। शासन ने एडीओ से प्रमाणपत्रों का सत्यापन कार्य करने को कहा लेकिन उन्होंने ठुकरा दिया। शासन द्वारा लेखपालों का बस्ता किए जाने के आदेश को भी किनारे कर दिया गया। इस बीच प्रशासन ने जिले के 200 लेखपालों को निलंबित व 150 लेखपालों को बर्खास्त भी कर दिया। इतना सब होने के बावजूद मंगलवार को वह अचानक बैकफुट पर आ गए।

संघ ने तोड़ा लेखपालों का विश्वास

उधर, लेखपालों ने उप्र लेखपाल संघ पर विश्वास तोड़ने का आरोप लगाया है। संगठन के जिलामंत्री राजकुमार सागर ने कहा कि प्रदेश के लेखपालों ने दमनात्मक कार्रवाई के बावजूद संघ पर अपना विश्वास बनाए रखा। उम्मीद थी कि उनका कुछ मांगे मान ली जाएंगी लेकिन महज सहमति के आधार पर संघ ने कदम वापस खीच लिए। कहा गया कि एक माह के भीतर कैबिनेट में मांगों को पारित कर दिया जाएगा। लेखपालों का कहना है कि सरकार द्वारा उनकी मांगों पर मुहर नही लगाई तो आश्वासन महज आश्वासन ही रह जाएगा।