ताज प्रदेश बनाने को लेकर दिया धरना

आगरा। आगरा-अलीगढ़ मंडल को मिलाकर नया ताज प्रदेश बनाए जाने की मांग को लेकर मंगलवार को तहसील सदर में धरना दिया गया। इसके बाद राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन के माध्यम से मांग की है कि विकास ताज प्रदेश बनने पर ही सम्भव है, वरना यह ऐसे ही पिछड़ा रहेगा। इतिहास का हवाला देते हुए कहा गया कि आगरा 150 साल तक मुगल साम्राज्य की राजधानी रहा। इसके बाद अंग्रेजों ने आगरा प्रोविंस (प्रान्त) के नाम से स्टेट बनाया, उसकी भी राजधानी आगरा रहा। 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के कारण यहां से राजधानी हट गई। यही हश्र आगरा हाईकोर्ट के साथ रहा। आगरा में वह सारी व्यवस्थाएं हैं, जो एक राज्य की राजधानी होने के लिए आवश्यक है। धरना स्थल पर संकल्प लिया गया कि जब तक ताज प्रदेश नहीं बन जाता, समिति का आंदोलन जारी रहेगा। धरना स्थल पर शरद कुमार लवानियां, दिनेश कुमार वर्मा सारथी, डा। सुरेन्द्र सिंह, जुगेन्द्र सिंह चाहर, डा। योगेन्द्र सिंह, राजीव वर्मा, नीलिमा पचौरी, पवन उपाध्याय, हरवीर सिंह, फूलसिंह, मनोज गुप्ता, प्रकाश आदि उपस्थित रहे।