वार्ड वार तैयार की निगम ने टीम, दवा भरपूर पर कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा निगम

Meerut. गर्मियों के साथ ही मच्छरों ने शहरवासियों की नींद उड़ा दी है, लेकिन चुनाव ड्यूटी में व्यस्त नगर निगम शहर को मच्छरों के आतंक से निजात नही दिला सका है, हालांकि, अब नगर निगम मच्छरों को खत्म करने की कवायद में जुट गया है. इसके लिए निगम ने वार्ड वार सूची तैयार कर फॉगिंग का काम शुरु कर दिया है.

रोजाना चलेगा अभियान

नगर निगम ने हर रोज शहर के अलग अलग वार्ड के अलग अलग मोहल्लों में फॉगिंग का प्लान तैयार किया है. दोपहर दो बजे से निगम के कर्मचारियों की टीम छोटी व बड़ी फॉगिंग मशीन लेकर अभियान पर निकलेगी. इसमें शहर के पुराने इलाकों की तंग गलियों में छोटी हैंड स्प्रे मशीन का प्रयोग कर फॉगिंग की जाएगी. वहीं, बड़ी सड़कों व पार्को में बड़ी स्प्रे मशीन का प्रयोग किया जाएगा. एक माह तक यह अभियान रोजाना चलेगा. इसके बाद अधिक गंदगी व मच्छर प्रभावित इलाकों में निरीक्षण कर फागिंग कराया जाएगा.

कर्मचारियों की कमी

गत माह तक मशीनों के गुम होने के कारण निगम का फॉगिंग अभियान अधर में अटका रहा, अब निगम ने दावा किया है कि सभी फॉगिंग मशीनें मिल गई हैं ऐसे में दो ड्रम मैलाथियान दवा को भी मंगा लिया गया है, लेकिन शहर के सभी वार्डो में रोजाना फागिंग कराने के लिए निगम के पास स्टॉफ की कमी है. इसलिए रोजाना एक एक मोहल्ले में फॉगिग की जिम्मेदारी संबंधित निगम डिपो के सुपरवाइजर को दी गई है. प्रत्येक वार्ड में दो से तीन कर्मचारी फॉगिंग करेंगे. पूरे माह बाद दोबारा इन क्षेत्रों का निरीक्षण कर मच्छरों की स्थिति को देखा जाएगा.

कूड़े के ढेर से आफत

निगम के लिए शहर के पुराने इलाकों में जगह जगह एकत्र गंदा पानी और कूडे़ का ढेर परेशानी का सबब है. इस पानी और गंदगी के कारण मच्छरों का लार्वा पनप रहा है ऐसे में निगम के लिए फागिंग के साथ साथ साफ सफाई कराना जरुरी हो गया. इसलिए निगम फागिंग के साथ सफाई अभियान भी शुरु करेगा.

फगिंग के लिए मशीनों की उपलब्धता

फागिंग के लिए मैलाथियान दवा- 2 ड्रम

छोटी फागिंग मशीन- 60

एंटी लार्वा दवा छिड़काव की स्प्रे मशीन- 80

एंटी लार्वा दवा के छिड़काव की बड़ी मशीन- 3

दवा छिड़काव के लिए टैंकर- 3

शहर के सभी वार्डो के मोहल्लों की सूची तैयार कर दिनों के हिसाब से अभियान निर्धारित कर लिया गया है. रोजाना एक वार्ड के कई मोहल्ले कवर किए जाएंगे. ताकि कम समय में अधिक से अधिक क्षेत्र में फागिंग कराई जा सके.

गजेंद्र सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी