GORAKHPUR: भोपाल में पढ़ने वाले बीटेक स्टूडेंट ने परीक्षा से बचने के लिए अपने अपहरण की झूठी कहानी गढ़ी थी। परिजनों से अपने अपहरण की सूचना देकर वह रेलवे स्टेशन के सामने होटल में 24 घंटे तक सोता रहा। फिर दूसरे दिन ट्रेन पकड़कर लखनऊ चला गया। छात्र को बरामद कर जीआरपी ने मामले का पर्दाफाश किया। जीआरपी का कहना है कि मेडिकल परीक्षण के बाद छात्र को परिजनों को सौंप दिया जाएगा।


रेलवे स्टेशन से अपहरण की सूचना

पश्चिम चंपारण के साठी, वृंदावन का असरार भोपाल में रहकर बीटेक कर रहा है। कॉलेज में छुट्टी होने पर घर गया था। 10 दिसंबर को भोपाल जाने के लिए वह सत्याग्रह ट्रेन से रेलवे स्टेशन पर पहुंचा। रेलवे स्टेशन से उसने परिजनों को फोन किया। बताया कि एलटीटी के जनरल कोच में चढ़ने के दौरान पैंसेजर्स संग उसका विवाद हो गया था। इसके बाद कुछ लोगों ने उसे पीटकर अपहरण कर लिया। उसे किसी अंजान जगह पर कमरे में बंद कर रखा गया है। इसके बाद उसका मोबाइल स्विच आफ हो गया। सोमवार को उसके चाचा गोरखपुर पहुंचे। जीआरपी को पत्र देकर उन्होंने कार्रवाई की मांग की.

 

फिजिक्स के एग्जाम डर गया था असरार

पुलिस की जांच में सामने आया कि गोरखपुर से अपहरण की सूचना देने वाला छात्र लखनऊ के मुसाफिरखाना में दोस्तों संग दावत उड़ा रहा है। एसएसआई बृजभान पांडेय, एसआई खुर्शीद खान, आरपीएफ के दरोगा लोकेश पासवान, सुशील मिश्रा, कांस्टेबल जितेंद्र गोस्वामी, मिथिलेश सिंह की टीम परिजनों की मौजूदगी में लखनऊ पहुंची। छात्र ने बताया कि वह भोपाल में बीटेक फ‌र्स्ट सेमेस्टर का स्टूडेंट है। 12 दिसंबर से उसका एग्जाम शुरू होना था। उसने फिजिक्स की तैयारी नहीं की थी। एग्जाम में फेल होने पर उसकी बदनामी होती। इसलिए गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर अपने अपहरण की कहानी गढ़ दी। घर वालों को अपहरण की सूचना देकर स्टेशन के सामने होटल में कमरा लेकर सो गया। परिजनों को परेशानी में डालकर वह आराम से सोता रहा। दूसरे दिन आम्रपाली ट्रेन से लखनऊ पहुंच गया। बुधवार को उसकी लोकेशन मिलने पर पुलिस टीम लखनऊ पहुंची।

 

वर्जन

परीक्षा से बचने के लिए छात्र ने अपने अपहरण की कहानी गढ़ी थी। उसे लखनऊ से बरामद परिजनों को सौंप दिया गया है।

बृजभान पांडेय, एसएसआई, जीआरपी

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