- DDUGU छात्रसंघ चुनाव में निर्वाचित पदाधिकारियों के बैठने तक के लिए जगह नहीं

- जर्जर है छात्रसंघ भवन, कुलपति के आदेश के बाद भी मरम्मत नहीं

GORAKHPUR: दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव संपन्न हो गया और विभिन्न पदों पर छात्रों ने पदाधिकारियों का चुनाव भी कर लिया लेकिन यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन अभी तक उनके लिए बैठने की जगह की व्यवस्था नहीं कर सका। दस साल बाद होने वाले चुनाव की अधिसूचना जारी होने के साथ ही वीसी प्रो। अशोक कुमार ने इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट को छात्रसंघ भवन की मरम्मत कराने का आदेश दिया था लेकिन चुनाव संपन्न होने के बाद भी भवन जर्जर हालत में ही है।

कहां बैठेंगे छात्र नेता?

दस साल तक डीडीयूजीयू में छात्रसंघ चुनाव बाधित रहा। इस दौरान छात्रसंघ भवन भी उपेक्षित रहा और इस कारण खिड़कियां, दरवाजे सब टूट-फूट गए। देखरेख के अभाव में भवन जर्जर हो गया। इस वर्ष जब एक बार फिर छात्रसंघ चुनाव का बिगुल बजा तो इस भवन की याद आई। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इंजीनियरिंग विभाग को मरम्मत का आदेश भी दिया लेकिन विभाग सोया रहा। छात्र नेताओं ने चुनाव लड़ा, जीत भी गए लेकिन अभी तक छात्रसंघ भवन में उनके लिए एक कुर्सी तक नहीं है। नवनिर्वाचित अध्यक्ष अमन कुमार यादव, उपाध्यक्ष अखिलदेव त्रिपाठी, महामंत्री ऋचा चौधरी और पुस्तकालय मंत्री दीपक यादव के सामने दिक्कत यह है कि वे बैठें कहां?

बॉक्स

अभी तो टेंडर के फेर में विभाग

विश्वविद्यालय का इंजीनियरिंग विभाग अभी छात्रसंघ भवन की मरम्मत के लिए टेंडर निकालने में ही लगा हुआ है। इंजीनियर श्रवण कुमार का कहना है कि मरम्मत के लिए टेंडर आमंत्रित किया गया है। टेंडर 26 सिंतबर को खुलेगा। 18 लाख रुपए में भवन का मरम्मत कार्य होना है। इस बजट में केवल भवन का मरम्मत होना है। टॉयलेट, टूटी खिड़कियां, रंगाई-पुताई आदि काम अलग से होने हैं। जो भी इसका ठेका लेगा, उसे एक हफ्ते में काम पूरा करना होगा। वहीं छात्रसंघ भवन में रखे फर्नीचर, सोफे, कुर्सी, मेज, पंखा समेत तमाम सामान मार्च में ही चोरी हो गए। विश्वविद्यालय की तरफ से केस भी दर्ज कराया गया था। पदाधिकारियों के बैठने के लिए कुर्सी आदि की भी व्यवस्था करनी होगी।

वर्जन

छात्रसंघ भवन की मरम्मत अभी तक क्यों नहीं हुई, इस बारे में इंजीनियर से बात करेंगे। कोशिश होगी कि जल्द से जल्द काम शुरू करा दिया जाए ताकि पदाधिकारी छात्रसंघ भवन में बैठ सकें।

- प्रो। अशोक कुमार, वीसी, डीडीयूजीयू