-महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ छात्रसंघ प्रत्याशियों के जुलूस के दौरान जमकर हुआ बवाल

-एबीवीपी और सछास कार्यकर्ता हुए आमने-सामने, हुई पत्थरबाजी और बमबाजी

-एक-दूसरे के खिलाफ एफआईआर की मांग करते हुए किया रोड जाम

VARANASI

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के छात्रसंघ चुनाव में नामांकन के बाद सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन को शनिवार को यूनिवर्सिटी पहुंचे प्रत्याशियों ने जमकर शक्ति प्रदर्शन किया। इस दौरान एबीवीपी और सछास कार्यकर्ता आमने-सामने हो गए। दोनों ओर से अपने को दमदार साबित करने के लिए पहले नारेबाजी की फिर पत्थरबाजी हुई। इस दौरान एक पक्ष ने बम चला दिया। इसकी चपेट में आने से दो छात्र घायल हो गए। पत्थरबाजी में भी दो छात्रों को चोट पहुंची है। दोनों पक्ष एक-दूसरे पर हमले का आरोप लगाते हुए विद्यापीठ रोड पर धरने पर बैठ गया। पुलिस ने किसी तरह उन्हें समझा-बुझाकर जाम समाप्त कराया। एक-दूसरे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने का दबाव बनाने के लिए दोनों पक्ष देर तक सिगरा थाने पर जमा रहा।

धमाके से मची भगदड़

काशी विद्यापीठ छात्रसंघ चुनाव के लिये कैंडिडेट्स ने शुक्रवार को ऑनलाइन नॉमिनेशन किया था। शनिवार को कैंडिडेट भारी-भरकम जुलूस के साथ अपने सर्टिफिकेट्स का वेरिफिकेशन कराने यूनिवर्सिटी पहुंचे। हर प्रत्याशी के जुलूस में सैकड़ों छात्र और वाहनों का लम्बा काफिला था।

भारत माता मंदिर के पास एबीवीपी कैंडिडेट प्रशांत राय और सछास कैंडिडेट अनूप सोनकर का जुलूस आमने-सामने हो गया। दोनों तरफ से जमकर नारेबाजी होने लगी। माहौल में तनावपूर्ण होने लगा। तभी सछास कार्यकर्ताओं को लक्ष्य करके किसी ने बम फेंक दिया। जोरदार धमाके से पूरा एरिया दहल उठा और भगदड़ मच गयी। बम की चपेट में आने से बीकॉम सेकेंड इयर का स्टूडेंट करूणेश त्रिपाठी (ख्ब् वर्ष) व सछास कार्यकर्ता धर्मेद सिंह (ख्फ् वर्ष) लहुलुहान हो गए।

जमकर चलाए पत्थर

बमबाजी के बाद एबीवीपी और सछास प्रत्याशियों के समर्थक एक बार फिर जुट गए। एक-दूसरे पर पथराव शुरू कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस को देखकर पथराव कर रहे छात्र भाग खड़े हुए। लेकिन एबीवीपी के प्रत्याशी प्रशांत राय व समर्थकों पर बमबाजी का आरोप लगाते हुए एफआईआर कराने की मांग को लेकर सछास के प्रदेश महासचिव अभिषेक मिश्रा, जिलाध्यक्ष पीयूष यादव, राहुल सोनकर, आकाश ओझा के साथ बड़ी संख्या में छात्र विद्यापीठ के सामने पेट्रोलपंप के पास धरने पर बैठ गए। वहीं एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने पूर्व अध्यक्ष आयुषी श्रीमाली के नेतृत्व में चंदुआ सट्टी में सड़क जाम कर सछास कार्यकर्ताओं पर सत्ता का दुरुपयोग करने का ब्लेम लगाया। छात्र इस तरह आक्रोशित रहे कि सीओ, एसओ के सामने ही पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाते रहे। पुलिस ने किसी तरह से छात्रों को समझा-बुझाकर धरना समाप्त कराया।

थाने पर किया हंगामा

एक-दूसरे के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए दोनों पक्ष सिगरा थाने पहुंच गया। वहां भी नारेबाजी और हंगामा किया। अनूप सोनकर की तहरीर पर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। मामले की सच्चाई को जांचने के लिए बम धमाके वाले स्थान पर मौजूद बिल्डिंग में लगे सीसीटीवी की फुटेज को खंगाला रही है। एसपी सिटी सुधाकर यादव ने बमबाजी से इनकार किया है। उसका कहना है कि किसी शरारती तत्व ने पटाखा फोड़ा है।