एग्जाम देने के बावजूद भी छात्रों की कॉपियों में लगी एबसेंट

सीसीएस यूनिवर्सिटी में छात्रों की आ रहीं शिकायतें

आरटीआई में आ रहे ऐसे कई मामले सामने

10 दिनों में सीसीएस यूनिवर्सिटी में आई कई शिकायतें

5 शिकायतें बीते 10 दिनो में आई एबसेंट के मामले में

6 महीने से रजिस्ट्रार कार्यालय में आ रही स्टूडेंट्स की शिकायतें

25 शिकायतों की इस मामले में भी चल रही है जांच

केस- 1

मा‌र्क्स की जगह एबसेंट

बीएससी पास करने वाली आरती ने बताया कि उसके मैथ्स में एबसेंट लगी हुई है, जबकि उसने एग्जाम दिया था। शिकायत के बाद सामने आया कि कॉपी चेक हो चुकी है पर शीट पर नम्बर की जगह एबसेंट लिखा गया।

केस 2-

रिजल्ट में एबसेंट

बीकॉम की अर्पिता शेटी ने बताया कि उसके दो पेपर में नम्बर की जगह रिजल्ट में एबसेंट लगी हुई आई है।

Meerut। सीसीएसयू में एग्जामनर की लापरवाही का खामियाजा स्टूडेंट्स को उठाना पड़ रहा है। दरअसल, कई छात्रों के रिजल्ट में एग्जाम देने के बावजूद भी एबसेंट लिखा है। यह सच्चाई तब सामने आती है जब स्टूडेंट आरटीआई डालते हैं, या फिर शिकायत करते हैं। इसके बाद संबंधित कापियां जांची जाती हैं। दरअसल इन दिनों रजिस्ट्रार कार्यालय पर इस तरह की शिकायतें ज्यादा सामने आ रही हैं। ऐसे में स्टूडेंट परेशान होकर भटक रहे है कि उनके पास होने के बावजूद भी मार्कशीट में उनका एबसेंट लिखा आ रहा है।

सेंटर शीट खोल रही है पोल

कॉपी चेक करने वाले टीचर्स की लापरवाही की पोल तो परीक्षा सेंटर की शीट ही खोल रही है। दरअसल, जब पीडि़त स्टूडेंट इसकी शिकायत करते हैं तो पहले उसकी प्रजेंस की चेकिंग संबंधित परीक्षा केंद्र पर की जाती है। वहीं, डेट वाइस हुए शीट पर सिग्नेचर या फिर थम इम्प्रेशन चेक करके सच सामने आ रहा है। जब संबंधित सेंटर पर शीट चेक की जा रही है तो उससे संबंधित स्टूडेंट के सिग्नेचर सामने आ रहे है। जिससे पता लग रहा है कि स्टूडेंट ने एग्जाम दिया है, ये सब देखने के बाद ही कॉपियों की तलाश की जाती है।

खुलवाए जाते हैं संबंधित रिकॉर्ड

जब ये क्लीयर हो जाता है कि स्टूडेंट ने एग्जाम दिया था तो संबंधित रिकॉर्ड निकलवाया जाता है। इसके बाद उसकी संबंधित कॉपी के बंडल को चेक किया जाता है। फिर कॉपी में देखा जाता है कितने मा‌र्क्स आए हैं। अगर कॉपी मिलती हैं या फिर नम्बर मिलते हैं तो उसे स्टूडेंट को दिया जाता है। ऐसी स्थिति में स्टूडेंट से चार्ज नहीं लिया जाता है।

टीचर पर कार्रवाई क्यों नही

सवाल ये उठता है कि अगर कोई टीचर गलती से एबसेंट लिख देता है, तो उनकी एक छोटी सी चूक एक स्टूडेंट का करियर खराब कर देती है। ऐसे में संबंधित टीचर पर भी कार्रवाई बनती है, क्या यूनिवर्सिटी में इस विषय को गंभीरता से लिया जाता है, अगर नहीं लिया जाता तो क्यों, अगर लिया जाता है तो संबंधित कार्रवाई क्यों नही हो पाती।

पांच शिकायतें आई

गौरतलब है कि बीते 10 दिनों में ऐसी पांच शिकायतें रजिस्ट्रार के पास पहुंची हैं। जिनकी जांच चल रही है, रजिस्ट्रार कार्यालय पर इससे पहले छह महीने में ऐसी 25 शिकायतें सामने आई है। जिनकी जांच कर रहे है।

संबंधित मामले की जांच चल रही है, जांच के बाद ही सामने आएगा कि कौन जिम्मेदार है, आखिर क्या फॉल्ट है, संबंधित मामले में कार्रवाई की जाएगी।

धीरेंद्र कुमार वर्मा, रजिस्ट्रार सीसीएसयू