शुक्रवार को जारी हुए पीसीएस प्री के रिजल्ट को लेकर लगा आरोप, आरक्षण पर माथापच्ची

प्रतियोगी छात्र लगे तहकीकात में, फिर खड़ा हो सकता है बखेड़ा

ALLAHABAD: उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीपीएससी) के पीसीएस 2016 परीक्षा परिणाम पर पीसीएस 2011 जैसे विवाद की छाया नजर आ रही है। 2016 प्री परीक्षा के रिजल्ट को लेकर विवादों शुरू हो गया है। जिसमें कहा जा रहा है कि इस परीक्षा परिणाम में कम अंक वाले पास और अधिक अंक वाले फेल हो गए हैं। यह कैसे हुआ? प्रतियोगी इसकी तहकीकात में लग गए हैं। चर्चा है कि आयोग ने पीसीएस 2016 में एक बार फिर त्रिस्तरीय आरक्षण को लागू किए जाने की तैयारी की है।

जिसमें आवेदन उसी में चयन

हालांकि, इसके लिए परीक्षा की मार्कशीट और कट ऑफ मेरिट का इंतजार किया जा रहा है। आयोग के सचिव सुरेश कुमार सिंह की ओर से जारी परीक्षा परिणाम में कहा गया है कि प्राप्तांक एवं कट ऑफ मेरिट वेबसाइट पर शीघ्र उपलब्ध करवा दिए जाएंगे। आयोग की ओर से जारी की गई विज्ञप्ति में प्री के रिजल्ट में विशेष तौर पर इस बात का भी उल्लेख किया गया है कि अभ्यर्थियों द्वारा जिस चयन हेतु आवेदन किया गया है। उसी चयन के सापेक्ष उन्हें विचारित किया गया है। आयोग ने अपनी विज्ञप्ति में कहा है कि प्रारम्भिक परीक्षा के स्तर पर आरक्षण व्यवस्था के बिन्दु पर प्रश्नगत परिणाम माननीय सर्वोच्च न्यायालय में संस्थित विशेष अनुज्ञा याचिका संख्या 23,713/ 2009 उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग बनाम धनंजय सिंह व अन्य में पारित अन्तिम निर्णय के आधीन है।

तब हाईकोर्ट ने रद किया था परिणाम

इस बावत विशेष अनुज्ञा याचिका से संबंधित धनंजय सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में केस जाने पहले उन्होंने हाईकोर्ट में पीसीएस प्री के परिणाम में आरक्षण दिए जाने को चैलेंज किया था। हाईकोर्ट ने उनके पक्ष में फैसला दिया था और पीसीएस के तत्कालीन चयन परिणाम को रद कर दिया। आयोग इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट चला गया। जहां से उसे हाईकोर्ट के आर्डर पर स्टे मिल गया। इससे दोबारा प्री के परिणाम में रिजर्वेशन लागू करने का फैसला बहाल हो गया। उधर, पीसीएस 2016 की विज्ञप्ति में 2009 के केस का उल्लेख किए जाने पर प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के अशोक पांडेय का कहना है कि आयोग ने जरूर आरक्षण को लेकर कोई नए आदेश को लागू किया है।

मंथन के लिए आज होगी बैठक

उधर, प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी अवनीश पांडेय का दावा है कि आयोग पीसीएस 2016 परीक्षा से त्रिस्तरीय आरक्षण लागू करने जा रहा है। उन्होंने आयोग द्वारा संशोधित उत्तर कुंजी न जारी होने पर भी आक्रोश जाहिर किया है। इसके लिए आयोग में ज्ञापन भी सौंपा गया है। समिति ने चेतावनी दी है कि संशोधित उत्तर कुंजी नहीं जारी हुई तो छात्र उग्र आन्दोलन के लिए बाध्य होंगे। भ्रष्टाचार मुंक्ति मोर्चा के अध्यक्ष कौशल सिंह ने भी रिजल्ट पर असंतोष जाहिर किया है। रिजल्ट के विरोध के लिए संडे शाम 5:30 बजे इविवि छात्रसंघ भवन पर बैठक बुलाई गई है।

त्रिस्तरीय आरक्षण लागू करके परिणाम जारी नहीं किया गया है। अभी तक जैसे परिणाम जारी होता आया है। वैसे ही जारी हुआ है।

डॉ। अनिरुद्ध सिंह यादव,

चेयरमैन यूपीपीएससी