- केडीएम व‌र्ल्ड स्कूल में ई-डिवाइस और माइक्रोफोन के जरिए नकल करता पकड़ा गया स्टूडेंट

- पेपर की फोटो खींचकर बाहर भेज रहा था सॉल्वर को, माइक्रोफोन पर मिल रहे थे सवालों के जवाब

- एनसीईआरटी बुक्स को पूरी तरह से पढ़ने वाले स्टूडेंट्स ने आसानी से सॉल्व किया क्वेश्चन

kanpur@inext.co.in

KANPUR : आईआईटी, एनआईटी व ट्रिपल आईटी के लिए आयोजित देश के सबसे बड़े इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम जेईई मेन एग्जाम में हाईटेक तरीके से नकल करते हुए एक स्टूडेंट को पकड़ा गया। केडीएमए व‌र्ल्ड स्कूल में पकड़े गए स्टूडेंट के खिलाफ स्कूल प्रिंसिपल ने थाना बर्रा में मुकदमा दर्ज करवाया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि, दो सेशन में आयोजित मेन्स एग्जाम में फिजिक्स के पेपर देखकर स्टूडेंट्स को पसीना आ गया।

ई-डिवाइस के जरिए

शनिवार को जेईई मेन्स एग्जाम के लिए शहर मेंख्म्,भ्00 स्टूडेंट्स के लिए कुल फ्म् सेंटर्स बनाए गए थे। केडीएमए व‌र्ल्ड भी इन्हीं में से एक था। सेंटर पर फ‌र्स्ट सेशन में आयोजित बीटेक व बीई की परीक्षा के दौरान स्टूडेंट विवेक गुप्ता को ई-डिवाइस व माइक्रोफोन के जरिए क्वेश्चन्स को सॉल्वर के पास भेजते हुए पकड़ा गया। स्टूडेंट की शर्ट की बटन में कैमरा लगा हुआ था। इसके जरिए वह पेपर की फोटो खींचकर बाहर भेज रहा था। इनविजिलेटर को जब शक हुआ तो तलाशी ली गई। तब कहीं जाकर उसकी पोल खुली। विवेक के पास से माइक्रोफोन भी बरामद हुआ।

सूचनाओं का आदान-प्रदान

बर्रा पुलिस के अनुसार स्टूडेंट विवेक गुप्ता ई-डिवाइस और माइक्रोफोन की मदद से सेंटर की अन्य सूचनाएं भी बाहर भेज रहा था। सवालों व उनके जवाबों की जानकारी उसे माइक्रोफोन से दी जा रही थी। नकल के इस एडवांस तरीके को स्कूल प्रशासन ने पकड़ने के बाद बर्रा पुलिस को इनफॉर्म किया। स्कूल की प्रिंसिपल ने थाना बर्रा में स्टूडेंट के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने के बाद आरोपी विवेक से पूछताछ शुरू कर दी है।

फिजिक्स टफ, कैमिस्ट्री अजीब

मॉर्निग सेशन में बीटेक के लिए अपीयर स्टूडेंट्स को फिजिक्स का पेपर देखकर पसीना आ गया। जुगुल देवी कॉलेज में पेपर देकर निकले स्टूडेंट उत्कर्ष त्रिपाठी ने बताया कि पेपर में फिजिक्स का पेपर टफ जरूर था। पर कैमिस्ट्री ने सबसे ज्यादा हैरान किया। कैमिस्ट्री के फ्0 सवालों में फिजिकल कैमिस्ट्री से भी थ्योरी में से सवाल पूछ लिये गये। इन-ऑर्गेनिक पोर्शन का भी यही हाल रहा। हालांकि, मैथ्स के सवालों को देखकर स्टूडेंट्स ने राहत की सांस ली। एक अन्य स्टूडेंट ध्रुव द्विवेदी ने बताया कि एनसीईआरटी बुक्स को अच्छी तरह पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के लिए पेपर सॉल्व करना बेहद आसान रहा। निगेटिव मार्किग की वजह से स्टूडेंट्स ने संभलकर ओएमआर शीट में आन्सर फिल-अप किये।

पीसीएस-प्री पेपर लीक के कारण सख्ती

एक हफ्ते पहले पीसीएस-प्री का पेपर लीक होने का असर आईआईटी जेईई मेन्स एग्जाम में दिखा। सभी सेंटर्स पर तीन से चार बार सघन चेकिंग अभियान चलाकर स्टूडेंट्स की तलाशी ली गई। एग्जाम कोऑर्डिनेटर भाष्कर गैंटी ने बताया कि सुबह 9.फ्0 बजे से क्ख्.फ्0 बजे तक बीटेक व दोपहर ख् बजे से शाम भ् बजे तक बीआर्क का एग्जाम कंडक्ट हुआ। थम्ब इम्प्रेशन, आईडी प्रूफ, मार्कशीट, इंटरमीडिएट के एडमिट कार्ड की मदद से स्टूडेंट्स की पहचान को फ् से ब् बार क्रॉस चेक किया गया। इसी सख्ती का असर रहा कि केडीएमए में हाईटेक नकलची एग्जामिनर्स की पकड़ से बच न सका।

'नकल को रोकने के लिए सभी सेंटर्स पर काफी सख्ती की गई थी। अटेंडेंस लगभग फुल रही। मेरी जानकारी में कोई भी सॉल्वर या नकलची नहीं पकड़ा गया। पेपर स्मूदली कंडक्ट हुआ.'

- भाष्कर गैंटी, एग्जाम कोऑर्डिनेटर, सीबीएसई बोर्ड