ये है मकसद

पीएसए को स्टूडेंट्स की क्रिएटिव थिंकिंग, डिसिजन मेकिंग, क्रिटिकल थिंकिंग, प्रॉब्लम सॉल्विंग और कम्यूनिकेशन चेक करने और उसे इंप्रूव करने के मकसद से इंक्लूड किया गया है।

कनफ्यूजन में स्टूडेंट्स

बुक्स में दिए हाईलेवल के क्वेश्चन्स ने स्टूडेंट्स को डिपे्रशन में डाल दिया है। स्टूडेंट्स तो बस यही सोच रहे है कि आखिर वह दस माक्र्स के लिए कहां से और कैसे पढ़ें। मार्केट में ढेर सारी बुक्स है, जिन्हें स्टूडेंट्स पढ़कर कनफ्यूज हो रहे हैं। इस एग्जाम में बेसिक नॉलेज के क्वेश्चन पूछे जाते हैं। स्टूडेंट्स इस कनफ्यूजन में है कि वह आखिर कौन सी बुक से पढ़े और किस तरह अपना ध्यान फोकस करें?

किस तरह के हैं सवाल

2011 में मिस इंडिया कौन थी ़ वल्र्ड में सबसे अधिक पॉपुलेशन कहां हैं। 2000 में वल्र्ड कप मैच किस टीम ने जीता था। सचिन तेंदुलकर ने पहला रिकॉर्ड कब बनाया था। कुछ इसी तरह के सवाल बुक्स में दिए गए हैं, जिनका इस एग्जाम से दूर-दूर तक मतलब नहीं है। स्टूडेंट्स बुक्स और स्कूल की तैयारी के बीच उलझे हुए हैं। हर सब्जेक्ट में टेन माक्र्स हैं। एग्जाम एक घंटे का होता है।

पहली बार देंगी एग्जाम

जीटीबी स्कूल में नाइंथ की स्टूडेंट आशी का कहना है कि स्कूल की पढ़ाई के साथ-साथ एक्स्ट्रा बुक से भी तैयारी कर रही हैं। पहली बार एग्जाम देना है जिस कारण काफी टेंशन हो रही है। अलिशा बताती है कि वह नाइंथ क्लास एमपीजीएस में पढ़ती हैं़ स्कूल में कराई जाने वाली तैयारी और मार्केट में मौजूद एग्जाम मैटिरियल में काफी डिफरेंस है। बुक्स में दिए गए क्वेश्चन तो काफी डिफिकल्ट है ़  

आसान है एग्जाम

सीबीएसई काउंसलर डॉ। पूनम देवदत्त का कहना है कि प्रॉब्लम सॉल्विंग असेस्मेंट एग्जाम काफी इजी है। इस एग्जाम के लिए इतनी तैयारी की अवश्यकता नहीं है। हर सब्जेक्ट काफी आसान से सवाल पूछे जाते है। जिसमें हिंदी सब्जेक्ट में मुहावरे, गद्यांश, पद्यांश, कविता पाठ, श्लोक, और अंग्रेजी में एक्टिव पैसिव, पोएम, पैराग्राफ में फिलअप जैसे क्वेश्चन होते हैं। ठीक इसी तरह से हर सबजेक्ट में आसान से बेसिक क्वेश्चन

होते हैं।

सैम्पल पेपर पर ध्यान दें

- सीबीएसई की वेवसाइट पर दिए गए सैम्पल पेपर पर अधिक ध्यान दें।

- स्कूल में टीचर के पढ़ाए गए टॉपिक पर भी ध्यान देना पड़ेगा ़

- अधिक बुक्स में उलझने की अवश्यकता नहीं है, क्योंकि ज्यादा बुक्स पढऩे का मतलब है ज्यादा कनफ्यूजन।

- हिंदी में व्याकरण और अंगे्रजी ग्रामर पर अधिक जोर दें ़

- एग्जाम नहीं अपनी नॉलेज बढ़ाने के लिए पढऩा है। अगर इस सोच के साथ पढ़ेंगे तो तैयारी अच्छी होगी।

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