बीटेक छात्रों के सत्याग्रह चौथा दिन भी जारी 4 अनशनकारी भर्ती

PATNA :

कॉलेज और यूनिवर्सिटी मनमानी के कारण छात्रों का भविष्य कैसे बर्बाद होता है। यह बात आर्यभट्ट नॉलेज यूनिर्सिटी के अंतर्गत चल रहे इंजीनियरिंग कॉलेजों के अनशन कर रहे छात्रों की दयनीय स्थिति को देकर सहज ही पता चल जाता है। सुपौल इंजीनियरिंग कॉलेज, सीतामढ़ी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, पूर्णिया इंजीनियरिंग कॉलेज के बहिष्कृत तथा गया इंजीनियरिंग कॉलेज, बुद्धा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी गया के रद्द परीक्षा की तिथि घोषित करने की मांग को लेकर सभी छात्र सत्याग्रह कर रहे हैं। सभी मांगे मनवाने के लिए अनशन पर बैठे हैं। इसके कारण इन कॉलेजों के करीब 3000 छात्रों का भविष्य अधर में है। ये सभी 14 फरवरी से ही अनशन पर हैं लेकिन अभी तक विश्वविद्यालय प्रशासन सुध लेने को तैयार नही है। न ही अनशनकारियों के लिए मेडिकल टीम की व्यवस्था की गयी है।

अनशनकारी की स्थिति बिगड़ रही

सोमवार को गर्दनीबाग धरना स्थल पर अनशन पर बैठे चार छात्रों की हालत काफी खराब हो जाने के वजह से छात्र श्रवण कुमार और गुरुचरण को पटना मेडिकल कॉलेज में तथा दो छात्र नीतीश, राहुल को गर्दनीबाग अस्पताल में भर्ती करवाया गया। उनका इलाज चल रहा है। सोमवार की देर शाम उन्हें डिस्चार्ज किया गया और वे फिर से अनशन पर बैठ गए है।

मांग माने नहीं तो जारी रहेगा अनशन

संगठन के राष्ट्रीय सलाहकार समिति सदस्य सत्येंद्र कुमार,सचिव विकाश गुप्ता प्रदेश मीडिया प्रभारी आनंद जी, ने कहा कि आमरण अनशन से सत्याग्रहियों की तबीयत लगातार बिगड़ते चली गई। लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन एक बार भी छात्रों से वार्ता करने नही आयी। लेकिन छात्रों के जब तक मांगें पूरी नही हो जाती तब तक सत्याग्रह जारी रहेगा।

वीसी को करेंगे सूचित

सोमवार को अनशनकारियों के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल अभिषेक, सौरभ पटेल, मो। गुलफराज, सत्येंद्र कुमार, दीपक गुप्ता ने राज्यपाल के आप्त सचिव के साथ राजभवन में मुलाकात की। इस दौरान बातचीत में प्रतिनिधिमंडल में शामिल छात्रों ने कहा कि आप्त सचिव के अनुसार परीक्षा लेना विश्वविद्यालय प्रशासन का काम है। आप्त सचिव ने कहा कि आपके मांग पत्र को राजभवन की ओर से आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के वीसी को भेज दी जाएगी।

छात्रों ने जताया नाराजगी

सत्याग्रह में शामिल छात्रों का कहना है कि पिछले 14 फरवरी से सत्य और अहिंसा के मार्ग पर सत्याग्रह 2.0 पर है। लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन अभी तक अनशनकारियों से वार्ता नही करने आयी है। आंदोलनकारियों का नेतृत्व करते हुए मो। गुलफराज ने कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति और परीक्षा नियंत्रक अनशनकारियों से वार्ता करें। राष्ट्रीय अध्यक्ष सौरभ पटेल ने कहा कि वीसी और परीक्षा नियंत्रक लापरवाही कर रहे हैं। उन्होंने इसकी जमकर निंदा की है। उन्होंने कहा कि उन्हें छात्रों के जान की कोई परवाह नहीं है।