पहले कर दिया था अनिवार्य

दोनों ही बोर्ड ने इस बार की परीक्षा में इसे गैर - अनिवार्य कर दिया है। इस फैसले के बाद जिन छात्रों के अभी तक आधार कार्ड नहीं बने हैं वह इसे काफी राहत भरा मान रहे हैं।

 

छात्रों को मिली राहत

बोर्ड परीक्षाओं में इस बार नकल रोकने व फर्जी रजिस्ट्रेशन रोकने के लिए बोर्ड ने कई सख्त कदम उठाएं हैं। जिसके मद्देनजर छात्रों की पहचान के लिए आधार कार्ड जरूरी कर दिए गए थे। चूंकि कई छात्रों के आधार कार्ड नहीं बन सके हैं। इसके बाद शासन ने अपना यह फैसला वापस लेते हुए बोर्ड छात्रों को विशेष राहत दी है। पहली बार बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने और फर्जीवाड़ा रोकने के लिए एडमिट कार्ड के साथ आधार कार्ड को अनिवार्य किया गया था, लेकिन सरकार ने अब यह फैसला वापस ले लिया है जिससे अब कक्षा 10वीं और 12वीं के सभी अभ्यर्थी परीक्षा में बैठ सकेंगे।

 

नए सत्र से होगा अनिवार्य

आगामी सत्र से जहां 9वीं और 11वीं कक्षा में रजिस्ट्रेशन के समय आधार कार्ड जरूरी रहेगा वहीं परीक्षाओं के लिए भी आधार कार्ड को अनिवार्य किया जाएगा। सीबीएसई और यूपी बोर्ड दोनों की परीक्षाओं में छात्रों के लिए आधार कार्ड जरूरी होगा। गौरतलब है कि इस बार यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा छह फरवरी से शुरू हो रही है। जबकि सीबीएसई की परीक्षाएं 5 मार्च से शुरु होंगी।

 

इस सत्र से छात्रों के लिए आधार कार्ड अनिवार्य नहीं हैं। जिनके आधार कार्ड नहीं बने हैं उन्हें अप्लाई करना जरूरी है, आगामी सत्र से यह अनिवार्य होगा।

- सरदार सिंह, कार्यवाहक डीआईओएस, मेरठ

 

कई स्टूडेंट्स के आधार कार्ड बन नहीं पाएं हैं। छात्र परीक्षा देने से वंछित न हो इसलिए यह आधार कार्ड को इस बार जरूरी नहीं किया गया है। अगले सत्र से यह जरूरी होगा

- राहुल केसरवानी, सहोदय अध्यक्ष, मेरठ