- गोरखपुर यूनिवर्सिटी के दो एथलीट्स का व‌र्ल्ड यूनिवर्सिटी के लिए सेलेक्शन

- इसके बाद यूनिवर्सिटी ने और तेज की सिंथेटिक ट्रैक बनाने की कवायद

- स्पो‌र्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया करेगी व्यवस्था, यूनिवर्सिटी देगी जमीन

- प्रपोजल बनाकर जिला प्रशासन के पास भेजा

GORAKHPUR: गोरखपुर यूनिवर्सिटी के एथलीट्स का शोर और दबदबा देश भर में गूंज रहा है. लगातार एक से बढ़कर एक कॉम्प्टीशन में बेहतर परफॉर्म करते हुए यूनिवर्सिटी के एथलीट्स मेडल हासिल कर यूनिवर्सिटी और शहर का नाम रौशन कर रहे हैं. एक बार फिर यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड गुरुकुल पीजी कॉलेज के होनहारों ने यूनिवर्सिटी का परचम बुलंद करते हुए व‌र्ल्ड यूनिवर्सिटी कॉम्प्टीशन के लिए अपनी बर्थ कंफर्म कर ली है. यह जुलाई में नपोली इटली में होने वाले व‌र्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में इंडिया की यूनिवर्सिटी एथलेटिक्स टीम का हिस्सा बनेंगे. इस उपलब्धि के बाद यूनिवर्सिटी ने सुविधाओं पर जोर देना शुरू कर दिया है और काफी समय से लटके सिंथेटिक ट्रैक के प्रोजेक्ट में उन्होंने फिर से इंटरेस्ट दिखाना शुरू कर दिया है.

बीए के हैं स्टूडेंट्स

गुरुकुल पीजी कॉलेज में बीए की पढ़ाई करने वाले यह होनहार यूनिवर्सिटी एथलेक्टिस मीट के साथ ही इंटर यूनिवर्सिटी और ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी कॉम्प्टीशन में भी जलवा बिखेर चुके हैं. इसमें बीए सेकेंड इयर के विपिन कुमार पटेल और बीए थर्ड इयर के विपिन कुमार चौरसिया शामिल हैं. होनहारों की परफॉर्मेस को देखते हुए यूनिवर्सिटी ने इन्हें एनओसी भी दे दी है. स्पो‌र्ट्स काउंसिल के सेक्रेटरी विजय चहल ने बताया कि इन खिलाडि़यों ने खुद अपने लेवल पर कड़ी मेहनत कर यह मुकाम हासिल किया है. यूनिवर्सिटी अब इनका हर संभव सपोर्ट करेगी.

पहले सिंथेटिक ट्रैक की तैयारी

डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी के पास पूर्वाचल का पहला सिंथेटिक ट्रैक होगा. वीसी प्रो. वीके सिंह ने इसके लिए स्पो‌र्ट्स काउंसिल के प्रेसिडेंट और सेक्रेटरी को साई के लिए प्रपोजल तैयार करने के निर्देश काफी पहले ही दे दिए थे, लेकिन कुछ न कुछ उलझनों की वजह से यह अटकता चला गया. अब स्पो‌र्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया की स्कीम का फायदा लेने के लिए यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने प्रपोजल तैयार कर स्पो‌र्ट्स ऑफिस के जरिए जिला प्रशासन को सौंप दिया है. वहां से स्पो‌र्ट्स अथॉरिटी को यह प्रपोजल जाएगा, जिसके बाद आगे की कार्रवाई होगी. इस स्कीम के तहत यूनिवर्सिटी के जिम्मेदार साई को सिर्फ जमीन और बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर देगा. बाकी जरूरी फैसिलिटीज के साथ ही एनआईएस कोच स्पो‌र्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) मुहैया कराएगा. खिलाडि़यों का अगर किसी इवेंट में पार्टिसिपेट करने के लिए सेलेक्शन होता है, तो इसका भी सारा खर्च अथॉरिटी ही उठाएगी.

'खेलो इंडिया' के तहत मिलेगी फैसिलिटी

स्पो‌र्ट्स को बढ़ावा देने और देश में मेडल्स की बरसात करने के इरादे से केंद्र सरकार ने खेलो इंडिया मुहिम स्टार्ट की है. इसके तहत बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर मुहैया कराने पर यूनिवर्सिटीज को बाकी जरूरी फैसिलिटीज साई मुहैया करा रहा है. गोरखपुर यूनिवर्सिटी में जो फील्ड मौजूद है, इस हिसाब से यहां सिंथेटिक ट्रैक, बास्केटबॉल, फुटबॉल, एस्ट्रोटर्फ, मल्टीपरपज जिम जैसी सुविधाएं आसानी से मिल सकती हैं. बस इसके लिए उन्हें सिर्फ जमीन मुहैया करानी है. यूनिवर्सिटी ने सिंथेटिक टै्रक के लिए पहल की है, जो जल्द ही हकीकत होगा.

तराशा जाएगा 12 से 18 साल का टैलेंट

गवर्नमेंट ऑफ इंडिया की खेलो इंडिया स्कीम खिलाडि़यों के लिए संजीवनी है. पहले सिर्फ छह पॉप्युलर गेम्स के लिए ही सेंटर्स दिए जाते थे, लेकिन अब इसको और ब्रॉड किया गया है और स्टेट गवर्नमेंट की डिमांड के अकॉर्डिग फैसिलिटी प्रोवाइड की जाएगी. इसमें 12 से 18 साल के टैलेंट को निखारा जाएगा, जिससे उनकी परफॉर्मेस सुधर सके और देश को मेडल देने वाले खिलाड़ी मिल सकें.

वर्जन

जिला प्रशासन को रीजनल स्पो‌र्ट्स ऑफिस के जरिए प्रपोजल दे दिया गया है. अब वहां से यह साई को भेजा जाएगा, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

- विजय चहल, सेक्रेटरी, स्पो‌र्ट्स काउंसिल