GORAKHPUR: मदन मोहन मालवीय यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के बीटेक सेकेंड इयर के स्टूडेंट्स की टीम ने आईआईटी आईएसएम धनबाद के तकनीकी महोत्सव 'कॉनसेटो' में ऑर्गनाइज्ड 'रोबोवार्ज' कॉम्प्टीशन में सेकेंड पोजीशन एचीव किया। कॉम्प्टीशन में स्टूडेंट्स को कबाड़ या अनुपयोगी सामानों का यूज कर लड़ाकू रोबोट बनाने थे। उसके बाद स्टूडेंट्स द्वारा बनाए गए रोबोट्स की क्षमता और गुणवत्ता जांचने के लिए इन रोबोट्स का आपस में कॉम्प्टीशन कराया गया।

चार स्टूडेंट्स ने किया नाम रोशन

एमएमएमयूटी के चार स्टूडेंट्स उत्कर्ष शुक्ल, सुधांशु मिश्र, जगजीत सिंह और राहुल राजपूत की टीम ने आईआईटीआई आईएसएम धनबाद में ही उपलब्ध लोहे एवं अन्य अनुपयोगी सामग्री का प्रयोग करते हुए 45 किलो भार का रोबोट तैयार किया। लड़ाकू रोबोट अमूमन तीन कैटेगरीज के बनाए जाते हैं। जिनमें निम्न भार कैटेगरी के रोबोट का वजन लगभग 8.10 किलो होता है। इसी प्रकार, मध्यम भार कैटेगरी के रोबोट का वजन लगभग 15.20 किलो के आसपास होता है जबकि 25 किलो या उससे अधिक के लड़ाकू रोबोट उच्च भार कैटेगरी में रखे जाते हैं। एमएमएमयूटी के स्टूडेंट्स ने 'रोबोवार्ज' कॉम्प्टीशन के नियमों को ध्यान में रखते हुए उच्च भार श्रेणी का रोबोट डिजाइन किया। कॉम्प्टीशन में देश भर के इंजीनियरिंग प्रौद्योगिकी संस्थानों से आई 16 टीमों ने भाग लिया।

क्वालीफायर में बाहर हो गई हल्दिया टीम

इस कॉम्प्टीशन के क्वालीफाइंग राउंड में एमएमएमयूटी की टीम का मुकाबला हल्दिया की टीम के रोबोट से हुआ। इस मुकाबले में एमएमएमयूटी का रोबोट भारी पड़ा और हल्दिया की टीम क्वालीफाइंग राउंड में ही बाहर हो गई। सेमीफाइनल मुकाबले में एमएमएमयूटी के रोबोट ने एसआरएम इंजीनियरिंग कॉलेज, लखनऊ की टीम 'डीटीसी' के रोबोट को नॉक आउट कर फाइनल में प्रवेश किया। फाइनल में एमएमएमयूटी का मुकाबला एसआरएम इंजीनियरिंग कॉलेज, लखनऊ की ही दूसरी टीम 'कार्नेजे' के रोबोट से हुआ। फाइनल प्रतियोगिता में तीन-तीन मिनट के दो राउंडस में टीम 'कार्नेज' का रोबोट विजयी हुआ और एमएमएमयूटी की टीम को दूसरे स्थान से संतोष करना पड़ा। स्टूडेंट्स की इस उपलब्धि पर स्टूडेंट क्रिया कलाप परिषद् की तकनीकी उप परिषद के प्रभारी डॉ। संजय मिश्र ने बधाई दी है।