- वीसी ऑफिस का किया घेराव, प्रोवोस्ट को हटाने की मांग

LUCKNOW: लखनऊ यूनिवर्सिटी में दागी स्टूडेंट्स को प्रवेश देने और फिर हॉस्टल आवंटन की प्रक्रिया से इन स्टूडेंट्स को बाहर करने पर स्टूडेंट्स का गुस्सा मंडे को फूट पड़ा। करीब 150 स्टूडेंट्स ने वीसी प्रो। एसबी निमसे के कार्यालय का घेराव कर चीफ प्रोवोस्ट और चीफ प्रॉक्टर को पद से हटाने की मांग की।

करीब 100 स्टूडेंट्स को किया बाहर

छात्र नेता अजित प्रताप सिंह और विनय विक्रम सिंह ने बताया कि चीफ प्रोवोस्ट और चीफ प्रॉक्टर ने जानबूझकर करीब 100 स्टूडेंट्स को गलत धाराओं में दोषी बनाकर हॉस्टल आवंटन रद्द किया है। लिस्ट में जो स्टूडेंट्स शामिल हैं, उन पर ऐसा कोई गंभीर आरोप नहीं है। जिस पर उन्हें हॉस्टल आवंटन से बाहर रखा जाएगा। उसमें ज्यादातर स्टूडेंट्स के ऊपर सिर्फ मामूली मारपीट और इसी तरह के मामले दर्ज हैं। यूनिवर्सिटी को अपना यह ऑर्डर वापस लेकर इन स्टूडेंट्स को हॉस्टल आवंटन करने का निर्देश जल्द से जल्द जारी करना होगा।

विचार करने के बाद आवंटित होगा हॉस्टल

स्टूडेंट्स की मांगों को सुनने के बाद वीसी प्रो। एसबी निमसे ने कहा कि सभी स्टूडेंट्स पर लगे आरोपी की दोबारा से समीक्षा की जाएगी। इसके बाद जिन स्टूडेंट्स के आरोप ऐसे नहीं होंगे, जिससे यूनिवर्सिटी का अनुशासन बिगड़ रहा हो। ऐसे स्टूडेंट्स को हॉस्टल आवंटन कर दिया जाएगा। स्टूडेंट्स ने वीसी से मुलाकात कर अवगत कराया था कि सभी हॉस्टल का आवंटन पूरा हो चुका है। ऐसे में उन्हें कैसे हॉस्टल आवंटन होगा। इस पर वीसी ने स्टूडेंट्स को कहा कि हॉस्टल में स्टूडेंट्स के रहने की व्यवस्था कर दी जाएगी।