-यूपी कॉलेज में 40 परसेंट परीक्षार्थियों ने छोड़ बीएससी-कृषि का एग्जाम

-परीक्षा स्थगित करने की मांग को लेकर दिया धरना, सौंपा पत्रक

-कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन ने बुलायी पुलिस

VARANASI

कोरोना वायरस के भय से यूपी कॉलेज के 40 फीसद छात्रों ने सोमवार को बीएससी (कृषि) के मिड टर्म की परीक्षा का बहिष्कार कर दिया। परीक्षा स्थगित करने की मांग को लेकर बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स कॉलेज गेट पर धरने पर बैठ गए। इस दौरान धरनारत छात्रों ने अन्य परीक्षार्थियों को भी परीक्षा देने से रोकने का प्रयास किया।

पहुंचे जिला मुख्यालय

स्थिति बिगड़ते देख कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन ने पुलिस बुला ली। वहीं कालेज प्रशासन ने परीक्षा स्थगित करने से साफ मना कर दिया। इसके बाद छात्र बड़ी संख्या में जिला मुख्यालय पहुंच गए। परीक्षा स्थगित करने के लिए छात्रों ने एसीएम-चतुर्थ शिवांगी शुक्ला को पत्रक भी सौंपा। इसमें कहा गया कि कोरोनावायरस के संक्रमण को देखते हुए शासन ने 22 मार्च तक सूबे के सभी स्कूल-कालेज बंद कर दिए हैं। ऐसे में परीक्षाएं भी 22 मार्च तक स्थगित किया जाये। वहीं प्रिंसिपल डा। अवधेश सिंह का कहना है कि प्रायोगिक परीक्षा 22 फरवरी से ही चल रहीं है। दूसरी ओर स्नातक की वार्षिक परीक्षाएं भी पांच मार्च से चल रही है। इस क्रम में बीएससी-कृषि की परीक्षा भी सोमवार से शुरू हो गई।

परीक्षा स्थगित करने का निर्देश नहीं

शासन के निर्देश पर महाविद्यालय में पठन-पाठन पूरी तरह से स्थगित है। परीक्षाएं पहले से ही चल रहीं हैं। शासन ने परीक्षाओं को स्थगित करने का निर्देश नहीं दिया है। ऐसे में परीक्षाएं अपने पूर्व निर्धारित समय पर होंगी। कहा कि बीएससी (कृषि) में रजिस्टर्ड 300 छात्रों में से 180 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए। कहा कि जिन छात्रों का पहला पेपर छूट गया है। वह भी 17 मार्च से परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। छात्रहित में मिड टर्म का एक पेपर बाद में करा दिया जाएगा। वहीं पूरी परीक्षा छोड़ने वाले परीक्षार्थियों का एक साल बर्बाद हो सकता है। बहरहाल परीक्षा स्थगित न करने पर छात्रों के एक गुट में रोष है।