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PATNA : हर कोई जांच की मांग कर रहा है। लोगों का कहना है कि सरकार को इस मामले की जांच करानी चाहिए जिससे सच्चाई पूरे देश के सामने लाई जा सके।

मेरी भी पीड़ा सुनिए

पटना के डॉ। गोपाल का कहना है कि वह भी इस पीड़ा से गुजर चुके हैं। उनका कहना है कि मैं भी सुपर 30 से धोखा खाया हूं। बेटे के एडमिशन के लिए सुपर 30 के कार्यालय पर गया तो वहां गुंडा जैसा लोग गेट पर ही था। वह साफ बोले कि आनंद सर नहीं मिलते हैं। चार पर उचक्का टाइप के लोगों को गेट पर बैठा देख पूछा कि आप लोग करते क्या हैं, इस पर उन्होंने आनंद का बॉडी गार्ड बताया। वह सब आनंद से नहीं मिलने दिए और वहां से गुंडई के साथ भगा दिया। सुपर 30 के नाम पर एक गैंग काम कर रहा है। वहां के लोगों ने अच्छा व्यवहार नहीं किया और बेटे का एडमिशन कराए बिना वहां से वापस आ गया। अब सवाल यह है कि अगर शिक्षक हैं तो उन्हें गुंडा बदमाशों को लगाने का क्या काम है।

आनंद कुमार का बड़ा नाम है और वह इसी नाम के सहारे स्टूडेंट्स की संख्या को पकड़ लेते हैं। लेकिन पढ़ाई के नाम पर तो मजाक किया जा रहा है। उन्हें सामने आकर जवाब देना चाहिए।

- मोहम्मद सफदर मुस्तफा

बाहर से स्टूडेंट्स लाकर अगर अपनी सुपर 30 का दावा नहीं करते तो अब तक लिस्ट जारी कर देते लेकिन ऐसा नहीं करना बड़ी मनमानी उजागर कर रहा है। इस पर सरकार को जागना होगा और जांच पड़ताल करनी होगी।

- राकेश गौरव

स्टूडेंट्स के कैरियर से मनमानी नहीं करनी चाहिए। सवाल यह है कि स्टूडेंट्स वहां से हर साल दूसरे कोचिंग संस्थान में क्यों भाग रहे हैं। कहीं न कहीं मनमानी है और इसी का शिकार स्टूडेंट्स वहां से भाग रहे हैं।

- सुमन सिंह

सुपर 30 का पूरे देश में नाम है और हर कोने से यहां स्टूडेंट्स पढऩे आते थे लेकिन इधर जो शिकायतें सामने आई हैं उससे यह साफ हो गया है कि बाहर के स्टूडेंट्स को बुलाकर यहां मनमानी की जाती है।

- अरुण कुमार

स्टूडेंट्स बड़ा सपना देखता है और जब वह टूटता है तो बहुत मुश्किल हो जाती है। पटना में इस तरह की मनमानी वाली कोचिंग चल रही है और इस पर सरकार का कोई कंट्रोल नहीं है। इस पर अंकुश लगाना होगा।

- स्नेहा कुमारी