यूपी बोर्ड ने तीन साल के लिए किया था स्कूल को डिबार

Meerut। यूपी बोर्ड की परीक्षाओं के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग के पास सेंटर्स का टोटा है। यही वजह है डिबार लिस्ट में नाम शामिल होने के बावजूद विभाग इस साल उसी केंद्र पर परीक्षा आयोजित कराने को मजबूर है। पिछले साल सेंटर पर कॉपी में हेरा-फेरी किए जाने की सत्यता प्रमाणित होने के बाद जांच कमेटी ने सेंटर को डिबार किए जाने का निर्णय दिया है। डीआईओएस मेरठ गिरजेश कुमार ने बताया कि स्कूल के खिलाफ शिकायत सही पाई गई है। केंद्र निर्धारण पहले ही हो चुका है, लेकिन रिपोर्ट अब आई हैं। हालांकि हम विकल्प तलाश रहे हैं।

ये है मामला

हितकारी किसान इंटर कॉलेज सकौती टांडा में सत्र 2017-18 में इंटर की अंग्रेजी व गणित की परीक्षा में हेरा-फेरी का मामला सामने आया था। मेरठ की एक छात्रा काजल ने स्कूल प्रशासन पर आरोप लगाया था कि उसकी इंग्लिश और मैथ्स की कॉपी में हेरा-फेरी कर पेज बदल दिए गए थे। मा‌र्क्स कम आने पर काजल ने इसकी शिकायत बोर्ड को भेजी थी। जिसके बाद बोर्ड ने जांच के लिए कमेटी का गठन किया था। जांच के बाद शिकायत सही पाई गई और कमेटी की ओर से स्कूल को 3 साल के लिए डिबार घोषित कर दिया गया। वहीं केंद्र व्यवस्थापक, कक्ष निरीक्षक, संकलन कत्र्ता, सीलिंग, पैकिंग बंडल वाहक को भी परिषद के समस्त पारिश्रमिक कार्यो से 3 वर्ष के लिए सस्पेंड किया गया है।

सीटिंग कैपेसिटी की प्रॉब्लम

इस सत्र के लिए केंद्रों का निर्धारण पहले ही हो चुका है और इस स्कूल को एक शिफ्ट में 420 बच्चों का सेंटर बनाया गया है। विभाग के पास इतनी सीटिंग कैपेसिटी का अन्य कोई केंद्र मौजूद नहीं है। बहरहाल, ऐसे हालात में इस साल इसी केंद्र पर परीक्षा आयोजित करवाई जा रही है।