अभियान

स्कूलों में मिलेगी भारतीय दिनों की जानकारी

स्टूडेंट्स को बताएंगे अपनी संस्कृति

- सीबीएसई ने किया जारी किया सर्कुलर

- प्रतियोगिताएं आयोजित करने के निर्देश

स्वाति भाटिया, स्पेशल

मेरठ- अब सीबीएसई स्टूडेंट्स को इंडियन डेज के बारे में जागरुक करेगा। जी हां, सीबीएसई का मानना है कि देश के स्टूडेंट्स अपने इंडियन डेज को भूलते जा रहे हैं और इंग्लिश डेज के प्रति आकर्षित हो रहे हैं। सीबीएसई के मुताबिक इंग्लिश डेज को मानना कोई गलत बात नहीं है, लेकिन इनके साथ हमें अपने डेज नहीं भूलने चाहिए। इसी उद्देश्य से सीबीएसई ने स्कूलों को एक सर्कुलर जारी किया है। जिसमें स्कूलों को इंडियन डेज के प्रति स्टूडेंट्स को बढ़ावा देने के लिए कहा है।

जागरुक नहीं हैं स्टूडेंट्स

सीबीएसई ने अभी हाल फिलहाल में एक चिंताजनक सर्कुलर जारी किया है। सीबीएसई के अनुसार अक्सर युवाओं को फ्रेंडशिप डे, फादर डे, ब्रदर्स डे, रोज डे आदि विभिन्न तरह के इंग्लिश डेज की तरफ ज्यादा आकर्षित रहते हैं। इसके साथ ही वो अपने भारतीय दिनों जैसे शिक्षक दिवस, महिला दिवस, खेल दिवस, 26 जनवरी, 15 अगस्त, सहित विभिन्न तरह के महत्वपूर्ण दिवस के बारे में ज्यादा नॉलेज नहीं रख पाते हैं। इसके साथ ही कई डेज तो ऐसे है जिनके बारे में वो भूल ही जाते हैं। सीबीएसई के अनुसार उनको अपने डेज के प्रति जागरुक करना बहुत जरुरी है। इसलिए स्कूलों को इसपर ध्यान देना होगा।

करानी होगी एक्टिविटीज

सीबीएसई ने स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि स्कूल्स में विभिन्न तरह की एक्टिविटीज के माध्यम से भारतीय विशेष दिनों के बारे में नॉलेज दी जाए। इसके लिए जैसे भाषण प्रतियोगिता, सेमिनार, कला प्रतियोगिता, पोस्टर प्रतियोगिता, वाद-विवाद प्रतियोगिता आदि करवाई जाए। इसके साथ ही समय समय पर स्टूडेंट्स को छोटी फिल्मों व नाटकीय व अन्य एक्टिविटीज के जरिए उनकों भारतीय दिनों के बारे में जानकारी दी जाए।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

सीबीएसई का मकसद स्टूडेंट्स को देश के बारे में नॉलेज देना है, इसके साथ ही भारतीय संस्कृति की तरफ जागरुक करना है।

-राहुल केसरवानी, सहोदय सचिव

सीबीएसई की पहल बहुत अच्छी है, इससे युवाओं में भारतीय दिनों के बारे में जागरुकता आएगी। वो अपनी संस्कृति से परिचित होंगे।

-डॉ। पूनम देवदत्त, सीबीएसई काउंसलर