-ट्रेड फ्रेंड्स में काम करने वाले सुबोध के बेटे चेतन ने किया खुलासा

-डॉक्टर के कहने पर बेड रेस्ट में थे, तीन दिन पहले मालिक ने जबर्दस्ती काम पर बुलाया

RANCHI: अपर बाजार के ट्रेड फ्रेंडस में काम करने वाले सुबोध कुमार जैन की दुकान में पिटाई होती थी। जबकि वह भ्ब् हजार की हेराफेरी मामले में अपनी सैलरी से दुकान में पैसे कटवा रहे थे। यह कहना है सुबोध कुमार के बेटे चेतन का। वहीं, दुकान के ओनर ने प्रताड़ना से साफ इनकार कर दिया है। गौरतलब हो कि ट्रेड फ्रेंड्स में काम करने वाले कोतवाली थाना क्षेत्र के भुईयाटोली निवासी सुबोध ने गुरुवार को फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली थी। वहीं, सुसाइड नोट में उन्होंने अपनी खुदकुशी का कारण दुकान के मालिक की प्रताड़ना लिखी है।

पहले भी फंसाने का प्रयास

बताया गया कि ट्रेड फ्रेंड्स में काम करने वाले सुबोध कुमार जैन को दुकान में पहले भी हेराफेरी के मामले में फंसाने का प्रयास किया गया था। लेकिन जांच करने के बाद पूरा हिसाब क्लियर हो गया था। हेराफेरी के वक्त उनके छुट्टी पर होने की बात सामने आई थी। वहीं जब पैसे का हिसाब निकाला गया, तो पूरे पैसे भी मिल गए थे।

बेड रेस्ट पर थे, काम पर बुलाया

लगातार कई दिनों से तनाव में रहने के कारण डॉक्टर ने उन्हें बेड रेस्ट के लिए कहा था। इस दौरान वह घर में आराम कर रहे थे। लेकिन तीन दिन पहले ही ट्रेड फ्रेंड्स के मालिक ने स्टाफ भेजकर उन्हें काम पर लौटने का दबाव बनाया था। तंग आकर उन्होंने दो दिन पहले ही दुकान जाना शुरू किया था। बुधवार को तीसरे दिन भी वह काम कर देर रात घर लौटे थे।

स्टाफ्स को पीटता था मालिक

ट्रेड फ्रेंड्स में काम करने वाले एक स्टाफ ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि ट्रेड फ्रेंड्स के मालिक का स्टाफ्स के साथ व्यवहार ठीक नहीं था। थोड़ी भी गलती पर वह रूम में बंद कर काफी मारता था। वह भी उसके लिए जो गलती उसने की ही नहीं थी।

काम छोड़ने को कहा था घरवालों ने (बॉक्स)

सुबोध को लगातार टेंशन में देखकर घरवालों ने उन्हें काम छोड़ देने को कहा था। लेकिन वह सुनने को तैयार नहीं थे। चेतन ने बताया कि पिछले छह महीनों से वह काफी चिड़चिड़े भी हो गए थे। इसके अलावा वह हर बात में अपनी दुकान की बात जरूर ले आते थे। यह देखते हुए चेतन ने उन्हें काम छोड़ देने को कहा था। उसने यह भी कहा था कि वह खुद जाकर उनके मालिक से बात करेगा। लेकिन उन्होंने पैसा चुकाने के बाद काम छोड़ देने की बात कही थी।