RANCHI: झारखंड के नए मुख्य सचिव (सीएस) सुखदेव सिंह बनाए गए हैं। 31 मार्च को मुख्य सचिव डॉ। डीके तिवारी के रिटायर्ड होने के बाद उन्हें एक अप्रैल को यह जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। 1987 बैच के आईएएस सुखदेव सिंह वर्तमान में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव हैं। डॉ। तिवारी को तीन माह का सेवा विस्तार देने पर चर्चा भी हुई थी, लेकिन सरकार मुख्य सचिव किसी नए अधिकारी को बनाना चाहती थी। इस पद के लिए सीएस रैंक के कई अफसरों पर मंथन हुआ, पर सुखदेव सिंह का नाम सबसे आगे था। वहीं, श्रम विभाग के सचिव राजीव अरुण एक्का को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का प्रधान सचिव बनाया गया है। इधर, डॉ डीके तिवारी को सरकार नई जिम्मेदारी सौंप सकती है।

सीएस रैंक के 6 अफसर

झारखंड में सीएस रैंक के आठ पद हैं, लेकिन छह पदस्थापित हैं। इसके विरुद्ध इस रैंक के 9 अधिकारी केंद्र और राज्य में पदस्थापित हैं। इनमें अमित खरे, एनएन सिन्हा और अलका तिवारी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। वहीं, झारखंड में डॉ डीके तिवारी समेत आईएएस चतुर्वेदी, सुखदेव सिंह, अरुण कुमार सिंह, केके खंडेलवाल और एलबी ख्यांगते पदस्थापित हैं। डॉ डीके तिवारी के रिटायर होने से सीएस रैंक के तीन पद रिक्त हो जाएंगे। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत 1990 बैच के मुखमीत सिंह भाटिया व एसकेजी रहाटे को परफॉर्मेंस प्रमोशन मिल सकता है। झारखंड भवन में पदस्थापित आलोक गोयल की भी प्रोन्नति पर सरकार विचार कर सकती है। सीएम के प्रधान सचिव पद के लिए पहले दो नाम पूर्व मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनय चौबे और पंजाब कैडर के आईएएस अधिकारी डिप्रभा लकड़ा आए थे। विनय चौबे उस समय अनिच्छुक दिखे तो सरकार ने उन्हें नगर विकास सचिव बना दिया। वहीं अब डिप्रभा पर केंद्र से अनुमति नहीं मिलने पर राजीव अरुण एक्का के नाम पर मंथन शुरू किया गया था।