रितिक की बहन ने बताया कि क्यों जमीन पर लोटने लगता था उनका भाई
मुंबई (ब्यूरो)। सुनैना रोशन ने अपने ब्लॉग पर नवीनतम पोस्ट 'माई ब्रदर डुग्गु' में अपने भाई रितिक रोशन और उनके बचपन के बारे में कुछ दिलचस्प बातें साझा की हैं। उन्होंने लिखा है कि रितिक उनसे उम्र में दो साल छोटे होने के बावजूद हमेशा एक प्रोटेक्टिव बड़े भाई की तरह व्यवहार करते थे। वह बेहद शर्मीले थे और दूसरों के साथ ज्यादा बात नहीं करते थे, लेकिन मेरे साथ वह हमेशा खुलकर बातें करते थे। हम इतना झगड़ा करते थे कि मेरी मां को यह समझ नहीं आता था कि यह लड़ाई सामान्य थी।
रितिक सुनैना करते थे बचपन में झगड़ा
दरअसल, मेरी मां अपनी माता-पिता की इकलौती संतान थीं। मां अपने दोस्तों से पूछती थीं कि क्या दो भाई-बहनों के बीच ऐसे झगड़े आम बात है, जिस तरह हम झगड़ते थे। हालांकि एक-दूसरे के लिए हमारा प्यार हमारे झगड़े से कहीं अधिक था। हम दोनों एक ही माता-पिता की संतान हैं, लेकिन हमारा व्यवहार एकदम विपरीत हैं। वह शर्मीला है और मैं बेबाक।
रितिक के गिने-चुने हैं दोस्त
मुझे हंसी-मजाक और दोस्त बनाना पसंद है, जबकि वह इतना शांत है कि उसके गिने-चुने दोस्त हैं। उसे मेरी सहेलियों के साथ बातचीत करने में बेहद शर्म आती थी। हां, बचपन में अगर दुकान पर उसे कुछ पसंद आ जाए और उसे न मिले तो जमीन पर लोट जाता था।' सुनैना रोशन ने इस साल की शुरुआत में लिखना शुरू किया था, जब वह गंभीर किडनी इंफेक्शन से ग्रस्त थीं और उन्हें आराम करने की हिदायत दी गई थी।
मुंबई (ब्यूरो)। सुनैना रोशन ने अपने ब्लॉग पर नवीनतम पोस्ट 'माई ब्रदर डुग्गु' में अपने भाई रितिक रोशन और उनके बचपन के बारे में कुछ दिलचस्प बातें साझा की हैं। उन्होंने लिखा है कि रितिक उनसे उम्र में दो साल छोटे होने के बावजूद हमेशा एक प्रोटेक्टिव बड़े भाई की तरह व्यवहार करते थे। वह बेहद शर्मीले थे और दूसरों के साथ ज्यादा बात नहीं करते थे, लेकिन मेरे साथ वह हमेशा खुलकर बातें करते थे। हम इतना झगड़ा करते थे कि मेरी मां को यह समझ नहीं आता था कि यह लड़ाई सामान्य थी।
दरअसल, मेरी मां अपनी माता-पिता की इकलौती संतान थीं। मां अपने दोस्तों से पूछती थीं कि क्या दो भाई-बहनों के बीच ऐसे झगड़े आम बात है, जिस तरह हम झगड़ते थे। हालांकि एक-दूसरे के लिए हमारा प्यार हमारे झगड़े से कहीं अधिक था। हम दोनों एक ही माता-पिता की संतान हैं, लेकिन हमारा व्यवहार एकदम विपरीत हैं। वह शर्मीला है और मैं बेबाक।
मुझे हंसी-मजाक और दोस्त बनाना पसंद है, जबकि वह इतना शांत है कि उसके गिने-चुने दोस्त हैं। उसे मेरी सहेलियों के साथ बातचीत करने में बेहद शर्म आती थी। हां, बचपन में अगर दुकान पर उसे कुछ पसंद आ जाए और उसे न मिले तो जमीन पर लोट जाता था।' सुनैना रोशन ने इस साल की शुरुआत में लिखना शुरू किया था, जब वह गंभीर किडनी इंफेक्शन से ग्रस्त थीं और उन्हें आराम करने की हिदायत दी गई थी।
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