11 साल से जुड़े हैं गूगल के साथ

भारत में जन्मे सुंदर पिचाई को सर्च इंजन गूगल का मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बनाया गया है। 43 साल के सुंदर ने 2004 में गूगल में नौकरी शुरु की थी यानी वे कंपनी के साथ बीते 11 साल से जुड़े हुए हैं। सुंदर पिचाई ने आईआईटी खड़गपुर से मेटालर्जिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। इसके बाद वो स्टैनफर्ड यूनिवर्सिटी और वार्टन बिजनेस स्कूल भी गए।

'अल्फाबेट इंक'  के तहत काम करेगा गूगल

गूगल ने सोमवार को अपनी रिस्ट्रक्चरिंग योजना पेश की जिसके तहत अब गूगल की सभी लोकप्रिय गतिवधियां नई कंपनी 'अल्फाबेट इंक' के तहत काम करेंगी और गूगल के संस्थापक लैरी पेज इसके चीफ एग्जीक्यूटिव होंगे। वहीं अब तक गूगल में वाइस प्रेसीडेंट की ज़िम्मेदारी संभाल रहे पिचाई को रिस्ट्रक्चरिंग के तहत गूगल का सीईओ बनाया गया है।

गूगल के को-फाउंडर लैरी पेज के ब्लॉग पोस्ट के अनुसार, गूगल अब 'स्लिमड डाउन' कंपनी बन गई है और 'अल्फाबेट इंक' का हिस्सा होगी। उन्होंने कहा, 'सुंदर गूगल को और ज्यादा क्लीन और जिम्मेदारीपूर्ण बनाएंगे।' हालांकि लैरी पेज सीईओ और गूगल के को-फाउंडर सेर्गे ब्रिन प्रेसिडेंट के रूप में अल्फाबेट की जिम्मेदारी संभालेंगे।

पिचाई का सफर

आपको बता दें कि सुंदर पिचाई टेक वर्ल्ड में एक बड़ा नाम हैं। वह पिछले 11 सालों से गूगल में काम कर रहे हैं। चेन्नई में जन्मे सुंदर पिचाई गूगल के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (एंड्रॉइड, क्रोम और ऐप्स डिविजन) रह चुके हैं। पिछले साल अक्टूबर में कंपनी के नए प्रोडक्ट चीफ बन थे। एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम डेवलपमेंट में इनकी बड़ी भूमिका रही है।

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