- संडे को झमाझम बारिश से भीगा शहर, सुहावना हुआ मौसम

-मौसम एक्सपर्ट जता रहे आने वाले दिनों में बारिश होने की संभावना

<- संडे को झमाझम बारिश से भीगा शहर, सुहावना हुआ मौसम

-मौसम एक्सपर्ट जता रहे आने वाले दिनों में बारिश होने की संभावना

BAREILLY:

BAREILLY:

काफी दिनों के बाद पूरे शहर में संडे को हुई बारिश से लोगों ने राहत की सांस ली। दिन में उमस भरी गर्मी से लोगों को काफी सुकून महसूस किया। वेदर एक्सपर्ट के मुताबिक वेस्टर्न डिस्टर्बेस की वजह से शहर में बन रहे लो प्रेशर एरिया की वजह से संडे को शहर में करीब ब्भ् मिनट की तेज बारिश हुई है। एक्सपर्ट ने आने वाले दिनों में भी तेज बारिश होने की संभावना जताई है। थर्सडे को सिटी का मैक्सिमम टेम्प्रेचर --- डिग्री और मिनिमम टेम्प्रेचर --- डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

बदल रहा मौसम का मिजाज

करीब हफ्ते भर से सुबह हल्की ठंड से लोगों को गर्मी से राहत महसूस होने लगी है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के डीके गुप्ता के मुताबिक मौसम में अचानक आए इस बदलाव के पीछे पर्वतीय हवाओं का शहर में प्रवेश करना है। वहीं, वेस्टर्न डिस्टर्बेस से बारिश का तोहफा भी मिल रहा है। ऐसे में शहरवासियों को तेज धूप से तपन का और शाम ढलने के साथ ही हल्की ठंड हावी होने लगी है। जिसका असर टेम्प्रेचर पर भी दिखाई दे रहा है।

छाने लगा है कोहरा

शहर के बाहरी इलाकों में इन दिनों कोहरे की चादर से ढकना शुरू हो गया है। वेदर एक्सपर्ट डॉ। एचएस कुशवाहा के मुताबिक पिछले दिनों हुई बारिश की वजह से हल्की ठंड हुई है। वहीं, हवा में ह्यूमिडिटी बढ़ने से रात के वक्त हल्का कोहरा छाने लगा है, लेकिन कोहरा ओस की बूंदों में तब्दील नहीं हो पा रहा है। शहर में भी आगामी ख्0 दिन बाद कुहासा छाने की संभावना है।

बढ़ रही ह्यूमिडिटी

फिलहाल सिटी में बारिश की कोई संभावना नहीं थी, लेकिन अचानक से घिर आए बादलों ने करीब पौन घंटे की बारिश की। जिसकी वजह से शहर में ख्0 से फ्भ् परसेंट तक ह्यूमिडिटी में बढ़ोत्तरी हुई है। वहीं, पर्वतीय हवा में से ह्यूमिडिटी करीब फ्भ् से 70 परसेंट तक रिकॉर्ड की जा रही है। जिसकी वजह से दिन में धूप निकलने के बावजूद गर्मी कम लेकिन उमस ज्यादा महसूस हो रही है।

किसानों को मिलेगा फायदा

बरेली में धीमी गति से बढ़ रही ठंड किसानों के लिए शुभ संकेत है। हल्की ठंड होने से धान की फसल को काफी राहत मिलने की उम्मीद है। हाल ही में हुई बारिश की वजह से बढ़ी ह्यूमिडिटी फसलों के लिए लाभदायक साबित होगी। कृषि विशेषज्ञों ने मौसम में आए इस बदलाव के अनुरूप किसानों को मटर, चना, सरसों व सब्जी वाली फसलों की बुवाई करने का सुझाव दिया है।