MATHURA (19 April): पुलिस डयूटी निभाने की आड़ में पब्लिक पर जुर्म कर रही है। इसका उदाहरण मंगलवार को नजर आया। सोमवार रात कोल्ड¨ड्रक पी रहे दो लोगों को सड़क पर शराब पीने के 'जुर्म' में पुलिस ने हवालात में बंद कर खूब पीटा। मंगलवार सुबह इन्हें छोड़ तो दिया, मगर ग्रामीणों के आक्रोश को देख दरोगा और चार सिपाही चौकी से खिसक लिए। चौकी घेरे बैठी भीड़ की मांग पर दरोगा और चार सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया, इनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होने पर भीड़ चौकी से गई।

ग्रामीण गुस्साए, चौकी घेरी

पड़ोसी प्रांत राजस्थान की नगर तहसील क्षेत्र के नगला पीता निवासी दिगंबर सिंह सोमवार की रात भात लेकर सौंख पुलिस चौकी क्षेत्र के गांव नगला रामसिंह (बछगांव) आए थे। रात करीब साढ़े नौ बजे कुम्हेर अड्डे पर दिगंबर अपने रिश्तेदार हरवीर के साथ कोल्ड¨ड्रक कस्बे में गए थे। इसी दौरान सौंख पुलिस चौकी प्रभारी सत्यवीर सिंह यादव हमराह बलराम, जरनैल सिंह और दो अन्य सिपाहियों के साथ पहुंच गए। हरवीर और दिगंबर पर पुलिस ने सड़क पर शराब पीने का आरोप लगाया, जबकि उन्होंने इससे इंकार किया। इसी बात को लेकर तकरार हो गई। पुलिस दोनों को पकड़ कर चौकी ले आई और हवालात में ठूंस दिया। मंगलवार सुबह हरवीर सिंह और दिगंबर के पकड़े जाने पर कुछ लोग चौकी पहुंचे। पुलिस ने इन दोनों को छोड़ दिया। घर पहुंचकर हरवीर और दिगंबर ने पुलिसिया पिटाई की जानकारी दी। बताया कि पुलिस ने इतनी पिटाई की कि हरवीर के खून तक बहने लगा था। हरवीर के शरीर पर चोटों के निशान और कपड़े भी खून के छींटे थे। पिटाई से दिगंबर की भी हालत खराब थी। परिजनों में आक्रोश व्याप्त हो गया और गांव वाले एकजुट होकर सुबह पुलिस चौकी पर पहुंच गए। उनके साथ मास्टर उदयवीर सिंह और रालोद नेता दीपक चौधरी भी थे। ग्रामीणों ने चौकी का घेराव करके पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया। भीड़ के तेवर भांप कर चौकी प्रभारी आरोपी सिपाहियों के साथ चौकी से खिसक लिए। दो-तीन ही सिपाही चौकी पर रह गए। ग्रामीणों ने घायलों का मेडिकल कराकर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की। सीओ सदर आरके गौतम और मगोर्रा, फरह और गोवर्धन के पुलिस बल के साथ करीब एक घंटे तक ग्रामीणों को समझाते रहे। पर ग्रामीण नहीं माने। अंत में पुलिस ने दोनों का मेडिकल कराया और उनसे तहरीर ली। आरके गौतम, सीओ सदर ने बताया कि सौंख पुलिस चौकी प्रभारी सत्यवीर सिंह यादव और आरोपी सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दियाहै। इसके बाद ही ग्रामीण चौकी से हटे थे।