RANCHI: सुपर स्पेशियलिटी सदर हॉस्पिटल में लंबे अरसे के बाद व्यवस्था सुधारने को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। ऐसे में हॉस्पिटल के हर एरिया में नजर अब तीसरी आंख से रखी जाएगी। इसके लिए हॉस्पिटल के एंट्रेंस से लेकर वार्ड, ओपीडी कांप्लेक्स के अलावा बाहर भी सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। इसके बाद कंट्रोल रूम से ही पूरे हॉस्पिटल पर नजर रखी जा सकेगी। वहीं किसी तरह की परेशानी होने पर तत्काल समस्या का समाधान भी किया जाएगा।

गंदगी फैलाई तो कटेगा चालान

हॉस्पिटल में इलाज के लिए हर दिन एक हजार से अधिक मरीज आते हैं। लेकिन मरीज कई बार हॉस्पिटल की संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हैं। इतना ही नहीं, कुछ लोग तो जहां मन वहीं थूंककर चल देते हैं। ऐसे लोगों को चिन्हित करते हुए उनपर फाइन लगाया जाएगा, ताकि हॉस्पिटल की संपत्ति को नुकसान होने से बचाया जा सकेगा। वहीं कैंपस में सफाई व्यवस्था भी दुरुस्त रहेगी।

हॉस्पिटल कैंपस में चोरियों पर लगेगी लगाम

हॉस्पिटल से छोटी-मोटी चोरियां आम हो गई हैं। मरीजों की भीड़ होने के कारण कभी पर्स तो कभी मोबाइल गायब होने की शिकायतें मिलती हैं। ऐसे में सीसीटीवी लग जाने से चोरों की पहचान करने में भी मदद मिलेगी। इसके अलावा मरीजों की दिक्कतों को भी दूर किया जा सकेगा। वहीं हॉस्पिटल के इक्विपमेंट्स और जरूरी सामान भी सुरक्षित रहेंगे।

6 महीने का रखेंगे फुटेज रिकार्ड

कैंपस में 32 जगह सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए चिन्हित किए गए हैं, जहां पर हाई डेफिनेशन वाले कैमरे लगाए जाएंगे। वहीं जरूरत पड़ने पर इसकी संख्या भी बढ़ाई जाएगी। इसके अलावा पहले से लगे कैमरों को भी दुरुस्त कराया जाएगा। कंट्रोल रूम में छह महीने का सीसीटीवी फुटेज रखा जाएगा ताकि किसी भी परिस्थिति में पुराने रिकार्ड निकाले जा सके। इसके बाद रिकार्ड को हटा दिया जाएगा।

वर्जन

हॉस्पिटल के लिए यह काफी जरूरी है। कैमरे लगाने से हॉस्पिटल में होने वाली एक्टिविटीज पर नजर रखी जा सकेगी। वहीं मरीजों को किसी तरह की दिक्कत न हो, इस पर ध्यान रहेगा। जरूरत पड़ी तो और भी कैमरे लगाए जाएंगे। सिक्योरिटी पर्पस से यह बहुत जरूरी है।

-डॉ। विजय बिहारी प्रसाद, सिविल सर्जन, रांची