RANCHI: रिम्स में डाइट का मैटेरियल सप्लाई करने वाली एजेंसी ने सामानों की सप्लाई रोक दी है। ऐसे में अब बचे हुए स्टॉक से ही मरीजों को डाइट दी जा रही है। अगर जल्द ही वेंडरों को पेमेंट नहीं किया जाता है तो मरीजों की डाइट पर रोक लग जाएगी। चूंकि किचन के स्टोर में एक हफ्ते का ही राशन बचा है। इसके बाद भी अगर रिम्स प्रबंधन मामले को लेकर गंभीर नहीं होता है तो कभी भी एजेंसी मरीजों को डाइट देने से हाथ खड़े कर देगी। इसका खामियाजा रिम्स में इलाज करा रहे मरीजों को भुगतना पड़ेगा।

पेमेंट नहीं तो सप्लाई नहीं

पेमेंट नहीं दिए जाने के कारण फल सप्लाई करने वाली एजेंसी ने फल ही नहीं दिए। इसके बाद किचन संचालन करने वाली प्राइम एजेंसी ने हाथ जोड़े। बार-बार रिक्वेस्ट करने पर गुरुवार को सुबह में देर से फल बांटा गया। जबकि मरीजों को नाश्ता पहले ही बांट दिया गया था। एजेंसी ने साफ कह दिया कि जबतक उन्हें पेमेंट नहीं मिलेगा फल की सप्लाई नहीं होगी। हालांकि बाद में एजेंसी से कुछ दिन का समय मिल गया है।

नहीं मिला एक्सटेंशन, टेंशन में एजेंसी

छह जून को ही रिम्स में मरीजों को डाइट देने वाली एजेंसी प्राइम किचन सर्विसेज का टेंडर खत्म हो गया है। इसके बाद से लगातार एजेंसी फाइनल करने को लेकर मीटिंग होती रही। वहीं टेक्निकल बिड को भी फाइनल कर दिया गया। अब फाइनल करना था तो एक एजेंसी को, लेकिन कागजात की कमी और एक्सपीरियंस के कारण कुछ एजेंसियों को बाहर कर दिया गया। इस बीच टेंडर खत्म होने के बाद भी काम कर रही एजेंसी को एक्सटेंशन नहीं दिया गया। ऐसे में एजेंसी को यह समझ नहीं आ रहा है कि अब क्या होगा।

वर्जन

प्रबंधन ने लगभग छह महीने से पेमेंट रोक रखा है। अब हमारे सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। वेंडरों ने सामान सप्लाई करने से हाथ खड़े कर दिए हैं। आजतक एक्सटेंशन का भी कोई लेटर नहीं मिला है। पूछने पर न तो डायरेक्टर कुछ कह रहे हैं और न ही अकाउंट्स वाले। हमारे पास जो स्टॉक है उसी से काम चला रहे हैं। ऐसे में कभी भी मरीजों की डाइट बंद हो सकती है।

जयप्रकाश गिरी, मैनेजर, प्राइम किचन सर्विस