तीन तलाक पर सुप्रीमकोर्ट की संविधान पीठ का निर्णय आने के बाद मिश्रित प्रतिक्रिया

ALLAHABAD: तीन तलाक जैसे मुद्दे पर मंगलवार को सुप्रीमकोर्ट की संविधान पीठ के फैसले का हर किसी को बेसब्री से इंतजार था। देश भर के साथ ही इलाहाबाद में भी सुबह से ही मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में मुस्लिमों की निगाहें टिकी हुई थी। परिजनों के टीवी सेट ऑन रहे तो मोबाईल के जरिए भी लोग अपने परिचितों से निर्णय जानने को लेकर उत्सुक दिखाई दिए। जैसे ही तीन तलाक को असंवैधानिक करार दिए जाने और छह माह के भीतर इस पर कानून बनाए जाने का संविधान पीठ का फैसला आया, मुस्लिम समुदाय में खुशी की लहर दौड़ गई। करेली, दरियाबाद, नखासकोहना व रानीमंडी जैसे इलाकों में महिलाओं ने एक-दूसरे को गले लगाकर समानता की आजादी मिलने की बधाई दी। कुछ ऐसी महिलाएं और मुस्लिम समाज के लोग भी थे जिन्हें यह फैसला रास नहीं आया। उन्होंने इस पर विरोध भी दर्ज कराया।

सुप्रीमकोर्ट का निर्णय सराहनीय कदम है। अब सरकार को बिना देर किए इस पर कानून बनाने का काम करना चाहिए।

सैयद अजादार हुसैन, प्रबंधक दरगाह मौला अली

इस्लाम में तीन तलाक की परंपरा महिलाओं के साथ अन्याय था। क्योंकि इससे स्त्री व पुरुष के बीच समानता नहीं दिखाई देती थी।

रफत नकवी, शिक्षिका

तीन तलाक की गुलामी से मुक्ति मिलने का समय आ गया है। सुप्रीमकोर्ट का यह निर्णय हमेशा के लिए यादगार बन गया है।

हमीदा बानो, भाजपा नेता

तीन तलाक को असंवैधानिक करार दिया जाना बहुत ही अच्छा कदम है। इससे एक मिशाल कायम होगी जो दूसरों के लिए भी नजीर बनेगी।

शिया धर्मगुरु, सैयद हसन रजा जैदी

सुप्रीमकोर्ट के निर्णय पर कोई टिप्पणी नहीं करना है। जो कुछ कहना है वह मुसलमानों के बीच जाकर कहेंगे।

मुफ्ती शफीक अहमद शरीफी, शहर काजी

तीन तलाक से आजादी, मनाया जश्न, फोटो

सुप्रीमकोर्ट की संविधान पीठ द्वारा तीन तलाक को असंवैधानिक करार दिए जाने के बाद उसकी खुशियां इलाहाबाद में भी देखने को मिली। करेली में मुस्लिम महिलाओं ने फुलझड़ी जलाकर अपनी खुशियों का इजहार किया। तो कई महिलाओं ने अपने हाथों में 'तीन तलाक खत्म' और 'आजादी मिली' जैसे पोस्टर को लेकर खुशियां मनाई। महिलाओं ने एक स्वर में कहा कि अब निडर होकर जिदंगी जी सकेंगे क्योंकि यह हमारे अधिकारों की जीत है। भाजपा कार्यालय पर भी जश्न का माहौल दिखाई दिया। महानगर अध्यक्ष अवधेश चंद्र गुप्ता व अन्य पदाधिकारियों ने मुस्लिम महिलाओं को मिठाई खिलाकर और बुके देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष मोहम्मद इमरान, समीना रेहाना, संजय गुप्ता, राकेश कुशवाहा, विशाल अग्रवाल आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।

विरोध भी हुआ, फोटो

मुस्लिम बाहुल्य इलाके करेली में रोशनबाग के पास मुस्लिमों ने तीन तलाक पर हुए निर्णय का विरोध भी किया। महिलाओं ने जोर देकर कहा कि तीन तलाक का निर्णय शरीयत के खिलाफ है और हम उसके खिलाफ नहीं जाएंगे। महिलाओं ने हाथों में 'हमारे शरीयत से छेड़खानी करना बंद करो' जैसा पोस्टर लेकर विरोध प्रदर्शन किया।