नई दिल्ली (पीटीआई)। भारत के अनुभवी बल्लेबाज सुरेश रैना का मानना है कि लाखों जिदंगियों को बचाने के लिए आईपीएल टूर्नामेंट को टाल दिया जाए, तो इसमें कुछ गलत नहीं है। इस वायरस के खिलाफ लड़ाई में रैना पहले ही 52 लाख रुपये दान कर चुके हैं। उनसे आईपीएल के बारे में पूछा गया तो रैना का जवाब था, इस समय लोगों की जान ज्यादा जरूरी है। रैना ने एक विशेष साक्षात्कार में पीटीआई को बताया, 'इस समय जीवन सबसे महत्वपूर्ण है। आईपीएल को तो इंतजार किया जा सकता है। हम सभी को लॉकडाउन पर सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करने की आवश्यकता है। अभी परिस्थितियों का सामना करना होगा। जब जीवन बेहतर हो जाए, तो हम आईपीएल के बारे में सोच सकते हैं। इस समय बहुत से लोग मर रहे हैं, हमें जीवन बचाने की जरूरत है।'

गरीबी और अमीरी का अंतर मिटा

33 वर्षीय रैना इस समय अपनी पत्नी और बच्चे की देखरेख में लगे हैं। रैना की पत्नी ने हाल ही में एक बेटे को जन्म दिया। 2018 में भारत के लिए आखिरी मैच खेलने वाले रैना इस समय घर-परिवार में व्यस्त हैं। रैना आगे कहते हैं कि मौजूदा संकट ने दिखाया है क्यों "हमें अपने जीवन की तुलना में बहुत अधिक सराहना करने की आवश्यकता है। मैं लॉकडाउन के बीच बच्चों के साथ समय बिता रहा, साथ ही कुकिंग की जिम्मेदारी भी संभाल रहा। क्रिकेट के अलावा भी जिंदगी होती है। इस लॉकडाउन ने लोगों को डाउन टू अर्थ रहना सिखाया। इस समय दिन में तीन समय खाना मिल जाए, वह बड़ी बात है। आपके पास कितना बड़ा घर और कितनी कारें है, यह मायने नहीं रखता। इस समय आप भी वही कर रहे, जो आपके यहां काम करने वाले करते हैं।'

पत्नी और बच्चे की कर रहे सेवा

रैना ने अपने पुराने दिनों का याद करते हुए कहा कि उन्हें हॉस्टल के दिनों से खाना बनाने की आदत है, इसलिए उन्हें अब घर पर यही काम करने में मजा आता है। रैना की पत्नी हाल ही में मां बनी है। उन्होंने कहा, 'उनकी पत्नी और बच्चा अभी ठीक है। वह घर के काम में योगदान देकर खुश हैं। बता दें बाएं हाथ का यह बल्लेबाज लॉकडाउन से पहले सीएसके के ट्रेनिंग शिविर में हिस्सा ले रहा था।

Cricket News inextlive from Cricket News Desk