-सुमो ने कहा-50 लाख लोगों के बजाय अपना, सोनिया, लालू, चौटाला, मुलायम का डीएनए टेस्ट कराएं नीतीश

- लालू की जमानत रद्द कराने के लिए कोर्ट जाएगी बीजेपी, सुमो ने नीतीश कुमार को लिया निशाने पर

PATNA: डीएनए की मेडिकल जांच एक महंगी प्रक्रिया है। अगर सीएम नीतीश कुमार लाखों लोगों का डीएनए टेस्ट कराना ही चाहते हैं, तो वे बताएं कि इसके लिए तीन हजार करोड़ रुपए कहां से लाएंगे? इसका बिल क्या बढ़ चला बिहार कार्यक्रम के बजट से चुकाया जाएगा या पार्टी खर्च उठाएगी? ये सवाल सीएम नीतीश कुमार से पूछा है एक्स डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने।

सीएम को धैर्य रखना चाहिए

सुशील मोदी ने कहा कि मेडिकल डीएनए टेस्ट की जरूरत तो रेप और विवादास्पद पितृत्व के मामले में होती है। राजनीतिक डीएनए का टेस्ट जनता करती है। दो महीने बाद जनता चुनाव में नीतीश कुमार और लालू प्रसाद के राजनीतिक डीएनए की जांच कर रिपोर्ट देनेवाली। इसक लिए सीएम को थोड़ा धैर्य रखना चाहिए।

इन नेताओं का डीएनए टेस्ट कराएं

कहा कि नीतीश कुमार से जनता उनके ख्भ् महीनों का हिसाब मांग रही है। लेकिन असली मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए वे डीएनए और बीमारू जैसे शब्दों को बेवजह मुद्दा बना रहे हैं। उन्हें भ्0 लाख लोगों का डीएनए टेस्ट कराने के बजाय अपने साथ-साथ सिर्फ सोनिया गांधी, लालू प्रसाद, ओम प्रकाश चौटाला, मुलायम सिंह यादव और शहाबुद्दीन जैसे लोगों का टेस्ट करा लेना चाहिए।

पहल लालू से गठबंधन तोड़ें

सुमो ने कहा कि अगर बिहार के मान-अपमान की बात करते हैं तो पहले नीतीश कुमार को लालू प्रसाद से गठबंधन तोड़ लेना चाहिए जिनके कारण बिहारियों का अपमान हुआ और पहचान छिपाने की नौबत आई। उन्हें बताना चाहिए कि किसके राज में बिहारी कहलाना शर्म की बात थी? बीजेपी लालू प्रसाद की जमानत रद्द कराने के लिए कोर्ट जाने का विचार कर रही है। वे जमानत की शर्तो का उल्लंघन कर राजनीति कर रहे हैं। कहा कि सीएम नीतीश कुमार अहंकारवश खुद को चंतन का पेड़ बता रहे हैं। भुजंगों की मदद से व सत्ता में बने रहना चाहते हैं।