-कैबिनेट मंत्री के लेटर हेड पर जारी आधार कार्ड प्रमाण पत्र सहित कई नेताओं के फोन नंबर भी मिले

- एटीएस ने संदिग्ध को हिरासत में लेकर शुरू की पड़ताल

बरेली : तीन दिन पहले आर्मी इंटेलीजेंस के हाथ आए नेपाली युवक भले ही खुद को हालात का मारा बता रहा है, लेकिन उसके पास जो दस्तावेज मिले हैं वह किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रहे हैं। अलग-अलग नाम और पते पर जारी आधार कार्ड और आइडी कार्ड के साथ ही उसके पास कई नेताओं और रसूखदारों के फोन नंबर भी मिले हैं। इससे साफ है कि वह नेताओं के संपर्क में भी था। होटल के कमरे में मिले उसके एक बैग से पुलिस को कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक के लेटर हेड पर 7 जून 2019 को जारी आधार कार्ड प्रमाण पत्र भी मिला है, जिसमें उसकी फोटो के साथ लखनऊ के तोपखाना, सदर का पता लिखा हुआ है। इस पर कैबिनेट मंत्री की मुहर भी लगी है। सैटरडे दोपहर कैंट थाना पहुंची एटीएस की टीम नेपाली युवक को अपने साथ ले गई। वहीं एसपी सिटी ने भी कैंट थाना पहुंचकर पुलिस से युवक के संबंध में जानकारी ली।

मैं बहादुर हूं, जासूस नहीं

खुफिया एजेंसी उसके पाकिस्तान समेत कई मुस्लिम कंट्रीज से तार जुड़ने के संकेत बता रही है। आर्मी इंटेलीजेंट का मानना है कि वह नेपाली जासूस है। हालांकि सैटरडे को भी पूछताछ के दौरान उसने लिखकर बताया कि वह जासूस नहीं, बल्कि हालातों से मारा हुआ है।

धोखाधड़ी में होगी जेल

फिलहाल पुलिस इस मामले को लेकर संशय में हैं। संदिग्ध के पास से मिले अलग-अलग पतों के आधार कार्ड और पासपोर्ट को लेकर पुलिस की नींद भी हराम हो चुकी है। इस मामले में कैंट इंस्पेक्टर ने बताया कि नेपाली ने अलग-अलग आधार कार्ड दिखाकर पुलिस और खुफिया एजेंसी को गुमराह किया है। इसमें पुलिस नेपाली को धोखाधड़ी के मामले में जेल भेजेगी।

एसपी सिटी ने ली जानकारी

मामले को तुल पकड़ता देख एसपी सिटी कैंट थाने पहुंच गए। उन्होने पकड़े गए युवक के बारे पुलिस से जानकारी हासिल की। उन्होंने भी नेपाली युवक की एक्टिविटी संदिग्ध होने का शक जताया है। जिसके बाद उन्होने सीसीटीएनएस, मेन्स, महिला कांस्टेबल और थाने-चौकियों के स्टाफ की जानकारी ली।

वैसे नेपाली जासूस मालूम नहीं हो सका है। फिर भी अलग-अलग नाम और पते के आधार कार्ड, पासपोर्ट के आधार पर पुलिस उसे धोखाधड़ी के मामले में जेल भेजेगी।

अविनाश यादव, कैंट इंस्पेक्टर

एटीएस टीम नेपाली को संदिग्ध मानते हुए पूछताछ कर रही है। एटीएस को हम पूरा सहयोग करेंगे। फिलहाल नेपाली की एक्टिविटी संदिग्ध लग रही है। मगर अभी कुछ कह पाना मुमकिन नहीं है।

रविंद्र सिंह, एसपी सिटी