- स्वच्छ सर्वेक्षण की टीम की तारीख तय, सात मार्च तक करेगी सर्वे

आगरा। स्वच्छ सर्वेक्षण-2018 की रैंकिंग के लिए शहर की परीक्षा मार्च के पहले सप्ताह से शुरू होगी। केंद्रीय मंत्रालय की टीम तीन चरणों पर साफ-सफाई का जायजा लेगी। इसमें मिले अंक पर ही 4041 शहरों में आगरा का स्थान तय होगा। वैसे टीम का दौरा दो बार कैंसिल हो चुका है। इससे शहर की किरकिरी हो चुकी है।

रैंकिंग दिलाने की कोशिश

केंद्रीय मंत्रालय की ओर से स्वच्छ सर्वेक्षण-2018 के लिए सर्वे 5 से 7 मार्च के बीच होगा। टीमें तय मानकों के आधार पर सर्वे करके मूल्यांकन नंबर देगी। इसमें शहरवासियों का फीडबैक, डाक्यूमेंट् और फील्ड निरीक्षण शामिल है। ओडीएफ और वेस्ट टू इनर्जी पर भी फोकस होगा। हालांकि कुछ कामों को छोड़कर सभी सभी काम पाइप लाइन में हैं। ऐसे में आगरा को रैंकिंग में जगह बनाना मुश्किल होगा। जबकि नगर निगम अधिकारियों की कोशिश है कि उन्हें रैंकिंग मिले।

पिछली बार से ज्यादा नहीं बदला

पिछले वर्ष सर्वेक्षण-2017 में टीम ने कुबेरपुर के सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लैंड फिलिंग और वेस्ट टू इनर्जी प्लांट के लिए चयनित स्थल का जायजा लिया था। इसकी कागजी तैयारी जानी थी। 6 स्थानों के ओडीएफ देखे थे। एक अन्य टीम शहर की साफ-सफाई व्यवस्था देखने के लिए वार्डो में निकली थी। टीम ने आधा दर्जन से अधिक वार्डो की साफ-सफाई सहित अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया था। इस बीच लोगों से फीडबैक भी लिया गया। इस बार इन कामों में ज्यादा कोई बदलाव नहीं हुआ है। ओडीएफ की स्थिति और सड़कों से कचरा उठाने की स्थित जरूर सुधरी है।

साफ-सफाई का बुरा हाल

सर्वेक्षण-2017 में टीम ने कैलाश नगर, मोतीनगर, बापूनगर, गिहारा बस्ती, संजय प्लेस, नगला मोहन, जोगीपाड़ा, शाहगंज और सतनाम नगर का दौरा किया था। इस दौरान घरों और व्यवसायिक स्थलों की सफाई व्यवस्था का बारीकी से जांच की थी। यहां एक साल पहले भी सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट लागू नहीं हो पाया था, इस बार भी लागू नहीं किया जा सका है।