नई दिल्ली (आईएएनएस)। अपने वक्तव्य में सोनिया गांधी ने कहा, 'मुझे स्वामी अग्निवेश के निधन पर दुख है। उन्होंने अपना पूरा जीवन समाज के हाशिए पर खड़े लोगों के लिए संघर्ष में बिता दिया। बिना डरे उन्होंने उनके अधिकारों के रक्षा के लिए काम किया। गरीबों को आतंकित और शोषण करने वालों के खिलाफ उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर जोखिम लेकर सामना किया।'

खड़ा किया रचनात्मक सामाजिक आंदोलन

कांग्रेस नेता ने कहा कि स्वामी अग्निवेश कमजोर और शोषित लोगों की सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली आवाज थे। उन्होंने जिस ऊर्जा और विश्वास के साथ रचनात्मक सामाजिक आंदोलन खड़ा किया वह प्रेरणा देने वाला है। स्वामी अग्निवेश के कार्यों को याद करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि उन्होंने आपसी भाईचारे को बढ़ाने और अहिंसा के लिए बराबर काम किया।

मंगलवार को हुए थे अस्पताल में भर्ती

सोनिया गांधी ने कहा कि स्वामी अग्निवेश ने छत्तीसगढ़ के आदिवासी लोगों को न्याय दिलाने के लिए काम किया। भारत उस पवित्र आत्मक को सम्मान के साथ याद करेगा। शुक्रवार की शाम स्वामी अग्निवेश का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर एंड बिलीएरी साइंसेज में इलाज चल रहा था। दिल्ली स्थित इस अस्पताल में उन्हें मंगलवार को भर्ती कराया गया था।

मल्टी ऑर्गेन फेल्योर के कारण थे वेंटिलेटर पर

बंधुआ मुक्ति मोर्चा के पूर्व महासचिव व उनके नजदीकी प्रोफेसर विट्ठल राव आर्य ने कहा कि वे लीवर की बीमारी से ग्रसित थे। मल्टी ऑर्गेन फेल्योर की वजह से मंगलवार से ही उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। शुक्रवार को उनकी हालत ज्यादा खराब हो गई थी। आम लोगों के दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर बंधुआ मुक्ति मोर्चा कार्यालय में रखा गया है।

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