- 1 घंटे में 12 किमी तक सड़कों की सफाई हो सकेगी

- 17 लाख रुपए है एक ट्रक की कीमत

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बॉक्स : पॉल्यूशन होगा कम

मैनुअल क्लीनिंग से काफी धूल उड़ती है, जो सिटी में पॉल्यूशन का बड़ा कारण बनती है। सर्दियों में धूल की वजह से पॉल्यूशन कई गुना बढ़ जाता है। सिटी में 70 परसेंट पॉल्यूशन धूल की वजह से होता है। एनजीटी भी मैकेनिकल सफाई की वकालत कर चुका है। मशीनों से सफाई होने पर रोड किनारे भी धूल नहीं दिखेगी।

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- स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत निगम ने सड़कों की सफाई के लिए मंगाए चार स्वीपिंग ट्रक

- एक सितंबर से सड़कों की शुरू होगी सफाई, दिया जा रहा प्रशिक्षण

बरेली : सितंबर से सिटी की सड़कों की स्मार्ट क्लीनिंग हो सकेगी। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत सिटी की सड़कों का चकाचक करने के लिए नगर निगम ने चार स्वीपिंग ट्रक खरीदे हैं। इन ट्रकों से सफाई होने से धूल नहीं उड़ेगी और सिटी के पॉल्यूशन लेवल में भी कमी आएगी।

कैसे काम करेगा स्वीपिंग ट्रक

वैक्यूम स्वीपिंग ट्रक इमरजेंसी स्पिल और मॉडल क्लीनअप सिस्टम से लैस है। अक्सर झाडू से सफाई के दौरान धूल उड़ती है और सड़क किनारे फंसी रह जाती है। लेकिन ट्रक के पिछले हिस्से लगी इलेक्ट्रिक झाडू और हाईटेक वैक्यूम फैन सड़कों पर पसरी धूल और कूड़े को खींचकर टैंक में स्टोर कर लेंगे।

एक साल से लटका था बजट

इन एडवांस ट्रकों को मंगाने के लिए नगर निगम की बोर्ड बैठकों में काफी हंगामा हुआ हुआ था। मामला शहर की सफाई व्यवस्था से जुड़ा था इसलिए प्रस्ताव को एक साल पहले मंजूरी मिल गई। ट्रकों को मंगाने के लिए शासन को करीब एक करोड़ का बजट प्रस्ताव भेजा गया था, जिसको मार्च में मंजूरी मिली।

दी जा रही ट्रेनिंग

निगम के कर्मियों को ट्रकों को ऑपरेट करने की ट्रेनिंग देने के लिए एक्सपर्ट भेजे गए हैं। एक सप्ताह की ट्रेनिंग के बाद ट्रेंड कर्मियों और ट्रकों का ट्रायल होगा। एक्सपर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद ट्रेंड कर्मियों को इस काम में लगाया जाएगा।

एक सितंबर से सड़कों पर दिखेंगे ट्रक

निगम के अफसरों की माने तो ड्राइवर्स की ट्रेनिंग इसी माह के अंत तक पूरी हो जाएगी। सितंबर के पहले सप्ताह से इन ट्रकों से सफाई शुरू कराई जाएगी।

पहले इन सड़कों को चमकाया जाएगा

सबसे पहले चौकी चौराहा, पटेल चौक, चौपुला और मॉडल रोड की इन ट्रकों से सफाई होगी। इसके बाद हर माह बारी-बारी से वार्डो की भी मेन सड़कों की सफाई की जाएगी।

वर्जन

एक साल पहले शासन को स्वीपिंग ट्रक खरीदने को प्रस्ताव भेजा था। बजट मिलने के बाद चार ट्रक मंगा लिए गए हैं। एक्सपर्ट के माध्यम से ड्राइवर्स को ट्रेनिंग देकर सड़कों की सफाई शुरू कराई जाएगी।

संजीव प्रधान, पर्यावरण अभियंता।